यूपी बोर्ड 2022 मेंएक लाख तीन हजार छात्र-छात्राएं इंटरमीडिएट की प्रयोगात्मक परीक्षा से वंचित रह गए। सभी जिलों के डीआईओएस से मांगी गई रिपोर्ट में ये आंकड़ सामने आए हैं। जल्द ही इन विद्यार्थियों के लिए प्रयोगात्मक परीक्षा की नई तिथि जारी की जाएगी। वहीं, कॉपियों के मूल्यांकन की प्रक्रिया भी पूरी होने वाली है। परीक्षकों की कमी के कारण कुछ विषयों का मूल्यांकन बाकी रह गया है।
प्रयोगात्मक परीक्षाएं 20 अप्रैल से चार मई तक आयोजित की गईं थीं। प्रयोगात्मक विषयों में तकरीबन 20 लाख छात्र-छात्राएं अपने स्कूल में प्रैक्टिकल के लिए पंजीकृत थे। प्रयोगात्मक परीक्षाएं उन्हीं स्कूलों में कराई गईं, जहां 2022 की लिखित परीक्षा आयोजित की गई थी। बोर्ड सचिव दिव्यकांत शुक्ल के अनुसार सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए गए थे कि दो चरणों में आयोजित होने वाली प्रायोगिक परीक्षा का डाटा परिषद की वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। इसके लिए पांच से छह मई तक पोर्टल क्रियाशील किया गया था
दूसरी ओर यूपी बोर्ड की ढाई करोड़ से अधिक उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन को पूरा करने के लिए सात मई का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। 60 से अधिक जिलों ने मूल्यांकन पूरा होने की रिपोर्ट भेज दी है। शनिवार को मूल्यांकन का आखिरी दिन होने के कारण कुछ जिलों में देर तक कार्य करके किया गया। किसी जिले में किसी विषय के परीक्षक न होने पर नजदीकी जिले से परीक्षक बुलाकर मूल्यांकन कार्य पूरा कराने की व्यवस्था की जा सकती है।