बरेली, । स्कूलों के निरीक्षण के नाम पर रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच की आंच अब एडी बेसिक तक पहुंच गई है।जलालाबाद के विधायक के पत्र के बाद बेसिक शिक्षा मंत्री ने शिक्षा निदेशक को जांच का आदेश दिया था। शिक्षा निदेशक ने जेडी से 15 दिन में जांच मांगी है।
प्राथमिक शिक्षक संघ शाहजहांपुर के अध्यक्ष अश्वनी कुमार अवस्थी ने जलालाबाद के विधायक हरि प्रकाश वर्मा को शिकायती पत्र दिया था। इसमें उन्होंने आरोप लगाया कि एडी बेसिक ने पिछले वर्ष सितंबर में पुवायां के 10 स्कूलों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के बाद यहां के शिक्षकों को मनगढ़ंत आरोपों में नोटिस जारी किए गए। बरेली कार्यालय में तैनात एक वरिष्ठ सहायक ने अपने व्यक्तिगत मोबाइल से मामला निपटाने के लिए शिक्षकों को फोन कर बुलाया। इसकी ऑडियो रिकॉर्डिंग भी वायरल हुई थी। कंपोजिट स्कूल देवा के शिक्ष के पुत्र ने वरिष्ठ सहायक की शिकायत विभिन्न उच्चाधिकारियों से की थी। प्राथमिक स्कूल मजीदपुर की शिक्षिका ने भी राज्य महिला आयोग में मानसिक उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी। यहां तक की खुद जिला अध्यक्ष ने भी मुख्यमंत्री को शिकायत भेजी थी। बिना पक्ष सुने इस शिकायत का फर्जी तरह से निस्तारण कर दिया गया। आरोप है कि सहायक शिक्षा निदेशक ने एक आंतरिक जांच कमेटी गठित कर आरोपी वरिष्ठ सहायक को क्लीन चिट दे दी। इस बारे में जेडी अजय द्विवेदी ने बताया कि अभी उन्हें पत्र प्राप्त नहीं हुआ है। पत्र मिलते ही प्रकरण की निष्पक्ष जांच की जाएगी।
15 दिन में मांगी गई है जांच :शिक्षा निदेशक ने ज्वाइंट डायरेक्टर एजुकेशन बरेली को प्रकरण की जांच दी है। शिकायती पत्र की निष्पक्ष जांच कर बिंदुवार जांच आख्या 15 दिनों के अंदर तलब की है। पत्र में यह भी स्पष्ट रुप से लिखा गया है कि यह प्रकरण बेसिक शिक्षा मंत्री और विधायक से जुड़ा हुआ है इसलिए सर्वोच्च वरीयता प्रदान करते हुए जांच की जाए।
दबाव बनाने को कराया मेडिकल
आरोप है कि दबाव बनाने के लिए शिकायतकर्ता के शिक्षक पिता की मेडिकल जांच करवाई गई। 25 फरवरी 2022 को जिला अध्यक्ष को भी कार्यालय में बुलाकर दबाव बनाने का प्रयास किया गया। जिला अध्यक्ष अश्विनी ने विधायक हरि प्रकाश वर्मा से उचित कार्रवाई की मांग की है। विधायक ने बेसिक शिक्षा मंत्री को पत्र भेज दिया। बेसिक शिक्षा मंत्री के पास मामला पहुंचते ही उच्च अधिकारी सक्रिय हो गए।