बलरामपुर, संवाददाता । परिषदीय स्कूलों में तैनात अध्यापकों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही है । मई माह में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने विभिन्न तिथियों में कई परिषदीय स्कूलों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण में अनुपस्थित पाए गए चार प्रधानाध्यापकों, 48 सहायक अध्यापकों, 44 शिक्षामित्रों व चार
अनुदेशकों का मानदेय रोक दिया है। बीएसए डा. रामचंद्र ने बताया कि प्राथमिक विद्यालय सेमरा की सहायक अध्यापक नीतू सिंह यादव, प्राथमिक विद्यालय कलंदरपुर की सीमा यादव, प्राथमिक विद्यालय मुबारकपुर के प्रधानाध्याक मोहम्मद रफीक, प्राथमिक विद्यालय सेमरहन सिसई की ऋचा गुप्ता, प्राथमिक विद्यालय रजवापुर सहियापुर के अनिल कुमार, प्राथमिक विद्यालय विश्वंभरपुर के मोहित, नरायनपुर के प्रधानाध्यापक दिनेश प्रताप मिश्र, बाघाजोत की प्रियंका शुक्ला, खैरा नवीन की रेखा, नयानगर की आकांक्षा श्रीवास्तव, ऋचा सिंह, बिथरिया परसपुर की सुनीता साहू, देवरिया मैनहवा की सायदा फिरदौस, बक्सरिया के आशीष कुमार, बभनी बुजुर्ग की चांदी मौर्या, कलंदरपुर के आनंद मोहन पाठक, तेंदुआ की शालिनी सिंह, बेलवा के सुदीप श्रीवास्तव, मेढ़ईलाल पुरवा की प्रधानाध्यापक सायरा बानो, शेरूपुर की पूनम कुमारी, गोपालपुर की ज्योत्सना गुप्ता अनुपस्थित पाए गए थे।
तदर्थ शिक्षकों के मामले की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी तलब
लखनऊ। तदर्थ शिक्षकों के मामले की पूरी रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तलब की है। भाजपा के लगभग आधा दर्जन विधायकों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात कर तदर्थ शिक्षकों की समस्या के समाधान की मांग की है। मुख्यमंत्री ने चार सदस्यीय कमेटी बनाते हुए जांच के निर्देश दिए हैं। प्रदेश में ऐसे लगभग 1100 से ज्यादा शिक्षक हैं। शिक्षक विधायक उमेश द्विवेदी ने यह जानकारी दी है।