डीएलएड में प्रवेश को लेकर रूपरेखा उत्तर प्रदेश परीक्षा नियामक प्राधिकारी ने तैयार कर ली है। 15 जून से आबेदन पत्र लिए जाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया है, जिस पर मंजूरी मिलना बाकी है, लेकिन प्रदेशभर के कालेजों की 2,42, 200 सीटों को भरना बढ़ी चुनौती होगी। प्राथमिक ब जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती के लिए डीएलएड प्रशिक्षण अनिवार्य है।
इधर, प्राथमिक ब जूनियर हाईस्कूल शिक्षक भर्ती में बीएड प्रशिक्षण को भी शामिल कर लिया गया है। ऐसे में छात्र-छात्राओं का रुझान बीएड की ओर बढ़ा है। इसकी गवाही डीएलएड कालेजों में पिछले चार सालों के आंकड़े देते हैं। सर्बाधिक 1,17,351 सीट वर्ष 2021 में खाली रह गईं थी। इसके पहले 2020 में कोरोना संक्रमण तेज होने के कारण प्रव्रेश नहीं लिए गए थे। बर्ष 2019 में 1,82,761 अभ्यर्थियों ने प्रवेश लिया था। इस बार भी शैक्षिक गुणांक से तैयार की गई मेरिट के आधार पर अभ्यर्थियों को प्रवेश दिया जाएगा। पीएनपी सचिव अनिल भूषण चतुर्वेदी ने बताया कि प्रस्ताव पर शासन की मंजूरी मिलने के बाद प्रवेश को लेकर कार्यक्रम किया जाएगा।