ज्ञानपुर। आठवीं तक के स्कूल खुलने के एक सप्ताह बाद भी छात्र संख्या से लेकर शिक्षकों की उपस्थिति सुधर नहीं रही है। डीएम के निर्देश पर बुधवार को बेसिक शिक्षा अधिकारी, सभी खंड शिक्षा अधिकारियों संग जिला स्तरीय अफसरों की टीम ने 40 से अधिक प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया था। जिसमें बिना सूचना के अनुपस्थित 33 शिक्षकों का वेतन अगले आदेश तक के लिए रोक दिया गया है।
ग्रीष्मावकाश खत्म होने पर 16 जून से पहली से आठवीं तक के स्कूल खुल गए हैं। हालांकि स्कूलों में पठन-पाठन अभी तक सुचारु नहीं हो सका है। सुरियावां, डीघ, चौरी, औराई, अभोली के सीमावर्ती विद्यालयों में गिने-चुने ही शिक्षक पहुंच रहे हैं। ग्रामीणों की आ रही शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने जिला स्तरीय टीम को स्कूलों की हकीकत जांचने का निर्देश दिया था।
इसमें माननीयों, अधिकारियों के गोद लिए स्कूल संग अन्य विद्यालयों का बेसिक शिक्षा अधिकारी भूपेंद्र नारायण सिंह, सभी छह खंड शिक्षा अधिकारियों संग विकास भवन के अधिकारियों ने 40 से अधिक विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान स्कूलों में 33 प्रधानाध्यापक, सहायक अध्यापक बिना सूचना के अनुपस्थित मिले.
बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि डीएम के निर्देश पर 33 शिक्षकों का वेतन रोका गया है। शिक्षकों को निर्देश दिया कि समय से स्कूल आएं। उनके घर जाकर विद्यालय आने के लिए प्रेरित करें। पठन-पाठन में सुधार नहीं होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी।