● शिक्षक के जेल जाने का मामला दबाते रहे शिक्षक
● बीईओ की जांच में हुआ खुलासा, निलंबित
सिद्धार्थनगर, । सिद्धार्थनगर के बर्डपुर क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अगया कला में प्रधानाध्यापक रहे केशव मणि मिश्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी में संबद्ध रहते हुए जेल जाने के बाद भी रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनते रहे। इससे प्रभारी हेडमास्टर की भूमिका संदिग्ध हो गई है। उन्होंने सहयोगी शिक्षक के मामले को भी दबाए रखा। ब्लॉक क्षेत्र के ही एक शिक्षक की शिकायत पर बीईओ की जांच में पोल खुली। शिक्षक को निलंबित कर दिया गया है। मामले को छिपाने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई के लिए बीएसए ने जांच के निर्देश दिए हैं।
क्षेत्र के अगया कला गांव में प्रधानाध्यापक रहे केशव मणि मिश्र पर एक छात्रा ने 12 फरवरी को छेड़खानी का आरोप लगाया था। इसके आधार पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया तभी तत्कालीन बीईओ अनिल कुमार मिश्र ने प्रधानाध्यापक को पूर्व माध्यमिक विद्यालय पिपरी में संबद्ध कर दिया। ग्रीष्मावकाश के बीच 3 जून को वह जेल चले गए और इसकी विभाग को कानों कान खबर तक नहीं लगी। इतना ही नहीं 16 जून से खुले विद्यालय के बाद प्रधानाध्यापक के जेल में बंद होने पर भी रजिस्टर पर हस्ताक्षर बनते रहे। 20 जून को बीईओ रामू प्रसाद के निरीक्षण में प्रभारी हेडमास्टर शमशुल हक ने केशव मणि के छुट्टी पर होने की बात कही। बीईओ ने छुट्टी का प्रार्थनापत्र या मानव संपदा पोर्टल पर छुट्टी के बारे में जानकारी चाही तो प्रभारी हेडमास्टर नहीं दे सके। इसके बाद ब्लॉक के एक शिक्षक ने बीईओ को केशव मणि के जेल जाने की सूचना दी। बीईओ ने हेडमास्टर से जानकारी चाही तो वह नजरअंदाज करते रहे और केशव मणि के प्रतिदिन विद्यालय आने की सूचना दी।