जहांगीराबाद (बाराबंकी)। बीएसएफ जवान की शिक्षामित्र पत्नी का शव संदिग्ध हालातों में शुक्रवार की सुबह घर में फंदे से लटका मिला। इसकी जानकारी होते ही परिवारीजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर शव का अंतिम संस्कार कर दिया। महिला शिक्षामित्र की मौत के बाद उसकी दो मासूम बेटियों के सिर से मां आंचल छिन गया। महिला के फंदे से लटके होने की बात ग्रामीणों के गले से नीचे नहीं उतर रही। घटना जहांगीराबाद थाना क्षेत्र के रहमतनगर गांव की है।
यहां के निवासी रामकुमार यादव के तीन बेटे हैं। इसमें बड़ा पुत्र दुर्गेश यादव बीएसएफ में कोलकाता में तो दूसरा बेटा जम्मू बॉर्डर पर तैनात है। वहीं एक बेटा घर पर रहता है। यही पर दुर्गेश की शिक्षामित्र पत्नी पूनम भी सास-ससुर के साथ रहती है। पूनम ही सुबह जल्दी उठकर घर के कामकाज निपटा कर प्राथमिक विद्यालय में पढ़ाने जाती थी। इस समय स्कूल बंद होने के कारण स्कूल तो नहीं जाती थी। मगर, सुबह के काम निपटाने के बाद अपनी छह वर्षीय बड़ी बेटी व 20 दिन की छोटी बेटी की देखभाल करती थी।
शुक्रवार को भी पूनम को ग्रामीणों ने सुबह घर के कामकाज करते देखा था। उसके कुछ देर बाद करीब साढ़े छह बजे घर में शोर मचने पर ग्रामीण पहुंचे तो उसका शव फंदे से लटकता मिला। घर में सास-ससुर बाबा के अलावा देवर व देवरानी भी मौजूद थे। इस पर परिवारीजनों ने आननफानन शव का अंतिम संस्कार कर दिया। थानाध्यक्ष विनोद यादव ने बताया कि इस संबंध में कोई जानकारी नहीं है। तहरीर मिलने पर जांच की जाएगी।