बरेली. संस्कृत विद्यालय भी अब समय के साथ कदमताल करेंगे। केंद्रीय बोर्ड और यूपी बोर्ड से संबद्ध स्कूलों की तर्ज पर संस्कृत विद्यालयों को भी हाइटेक किया जाएगा। संस्कृत विद्यालयों की वेबसाइट बनेगी साथ ही शिक्षकों और पंजीकृत बच्चों की ई-मेल आइडी बनाई जाएगी। इसके बाद एक क्लिक पर कहीं से भी स्कूल की भौतिक स्थिति से लेकर स्कूल में संसाधनों की जानकारी अधिकारी और सरकार आसानी से प्राप्त कर सकेंगे।
विभागीय अधिकारियों के अनुसार संस्कृत विद्यालयों के स्थापना वर्ष, कार्यरत शिक्षकों की संख्या, शैक्षिक पंचाग, पढ़ाए जाने वाले विषय अब तक मैनुअल तरीके से बनते थे। शासन या उच्च अधिकारियों की ओर से सूचना मांगने पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। कई बार सूचना मांगने पर विलंब होने से स्थानीय अधिकारियों को परेशानी होती थी, लेकिन अब स्कूल से जुड़ी हर जानकारी आनलाइन उपलब्ध हो सकेगी। जिले में संचालित दोनों संस्कृत विद्यालयों का वेब पेज सर्च करने पर सारा ब्योरा मिल जाएगा। इस पर भौतिक संसाधनों के साथ ही स्कूल का स्थापना वर्ष, तैनात शिक्षक, विद्यार्थियों, शैक्षिक पंचाग जैसी आदि जानकारी मिल जाएगी। डीआइओएस डा. मुकेश कुमार सिंह ने बताया शासन की ओर से माध्यमिक स्कूलों की तर्ज पर संस्कृत विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक और पंजीकृत छात्रों की ईमेल आइडी और मोबाइल नंबर मांगे हैं। विद्यालयों के प्रधानाचार्यों को ये जानकारी विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।