रायबरेली। जिले में कक्षा एक से आठ तक के नामांकन का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाया है। अब इसे पूरा करने के लिए 27 जून से 15 दिन तक फिर से स्कूल चलो अभियान चलाया जाएगा।
इसके लिए अध्यापकों को हाउस होल्ड सर्वे करना होगा। विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक कर छात्र-छात्राओं के नामांकन के लिए प्रेरित किया जाएगा। हर हाल में शत-प्रतिशत बच्चों का नामांकन कराना है। साथ ही प्रेरणा पोर्टल पर उनके आधार का वेरीफिकेशन भी करना है।
शैक्षिक सत्र 2022-23 में कक्षा एक से आठ तक में इस जिले को तीन लाख 35 हजार 758 बच्चों के नामांकन का लक्ष्य मिला है। अप्रैल में स्कूल चलो अभियान चलाया गया, ताकि नामांकन का लक्ष्य पूरा हो सके।
ग्रीष्मावकाश से पहले तक बेसिक शिक्षा विभाग ने पूरा जोर लगाया। गांव-गांव, घर-घर जाकर बच्चों की तलाश की और उनका दाखिला परिषदीय विद्यालय में कराया।
इसके बावजूद अब तक तीन लाख सात हजार 593 बच्चों के नामांकन हो सके हैं। अभी भी लक्ष्य के सापेक्ष 28 हजार 165 बच्चों का नामांकन बाकी है।
लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्कूल चलो अभियान का द्वितीय चक्र 27 जून से अगले 15 दिन तक चलाया जाएगा। इसके तहत जन जागरूकता के कार्यक्रम होंगे, ताकि 6 से 14 वर्ष तक के सभी बच्चों का नामांकन हो सके। विद्यालय प्रबंध समिति की बैठक कर उनका सहयोग लिया जाएगा।
अध्यापकों को हाउस होल्ड सर्वे कर बच्चों का चिन्हांकन, आउट ऑफ स्कूल बच्चों का सर्वेक्षण एवं चिह्नित बच्चों का नामांकन, नामांकित बच्चों का प्रेरणा पोर्टल पर आधार वेरीफिकेशन किया जाना है।
साफ-सफाई कर स्कूल को बनाएं सुंदर और आकर्षक
ग्रीष्मावकाश में काफी समय तक विद्यालय बंद रहने से गंदगी हो गई होगी। इसीलिए सफाई की बहुत जरूर होती है। विद्यालय को सुंदर और आकर्षक बनाने के लिए साफ-सफाई पर विशेष जोर दिया जाएगा। बारिश में जलभराव की संभावना भी बनी रहती है। इस पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, ताकि स्कूलों में जलभराव न होने पाए। छात्र-छात्राओं को व्यक्तिगत स्वच्छता तथा स्वास्थ्य पर ध्यान देने के लिए प्रेरित किया जाएगा। अगले 15 दिनों तक इन सभी बातों को अमल में लाया जाएगा।
जुलाई में चलेगा संचारी रोग व दस्तक अभियान
शासन ने एक जुलाई से संचारी रोग अभियान तथा 15 जुलाई से दस्तक अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। इसके अंतर्गत छात्र-छात्राओं, अभिभावकों को विद्यालय परिसर के साथ पास-पड़ोस की साफ-सफाई करने, संचारी रोगों के संबंध में संदेश देने, स्वास्थ्य के प्रति विशेष रूप से सतर्क रहने, विभिन्न प्रतियोगिताओं के माध्यम से जागरूक किया जाएगा। स्वच्छता के संबंध में भी प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी।
नामांकन का लक्ष्य पूरा करने के लिए फिर से गांव-गांव, घर-घर संपर्क कर मुहिम चलाई जाएगी, ताकि कोई भी बच्चा नामांकन से वंचित न रहे। इसके अलावा भी शासन से जो निर्देश मिले हैं, उन्हें पूरा किया जाएगा।
-शिवेंद्र प्रताप सिंह, बीएसए