प्रयागराज, । सरकारी अमला अब बच्चों के हाथों पौधरोपण की ओर अग्रसर हो चुका है। इसी बहाने नौनिहालों के हाथों हरियाली लहलहा उठेगी और पर्यावरण संरक्षण के संकल्प को नया आधार मिलेगा। भविष्य में यही पौधे जब वृक्ष बनकर छाया प्रदान करेंगे, स्मृतियों के फल भी इनमें लगेंगे। बेसिक शिक्षा विभाग ने यह पहल की है। स्कूली बच्चे पौधे लगाकर उसकी देखभाल करेंगे, जहां अधिक सुरक्षित रहेंगे पौधे वहां के बच्चे सम्मानित किए जाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग को 6700 पौधे लगाने का लक्ष्य मिला : इस रिश्ते की बुनियाद तैयार करने के लिए प्रशासनिक स्तर से तैयारी भी हो रही है। प्रयागराज में कुल 7096088 पौधे लगाने की तैयारी है। बेसिक शिक्षा विभाग को सत्र 2022-23 के लिए 6700 पौधे लगवाने का लक्ष्य मिला है।
विद्यालयों के बच्चे पौधे लगाएंगे, पोधों के देखभाल करेंगे : बेसिक शिक्षा विभाग सभी विद्यालयों में बच्चों से पौधे लगवाए जाएंगे। इन पौधों पर उनके नाम की पट्टिïका टांगी जाएगी। उसकी देखरेख की जिम्मेदारी संबंधित विद्यार्थी, प्रधानाध्यापक और शिक्षक की होगी। किन्हीं कारणों से पौधे नष्ट हो जाते हैं तो उसके स्थान पर उसी विद्यार्थी को दोबारा पौधे लगाने होंगे। इस कदम से पौधों को बचाने के साथ विद्यार्थी को स्कूल से जोडऩे में भी मदद मिलेगी। पढ़ाई पूरी कर बच्चे जब स्कूल छोड़ चुके होंगे और पौधे वृक्ष का रूप धारण कर लेंगे, तब और भी विद्यार्थी और स्कूल का संबंध प्रगाढ़ हो उठेगा।
सिर्फ तीन विकास खंड से मिली कार्ययोजना : बेसिक शिक्षा विभाग ने सभी विकास खंडों से पौधारोपण अभियान के लिए कार्ययोजना मांगी है। अब तक मात्र प्रतापपुर, बहरिया और कौधियारा विकासखंड के बीईओ ने विद्यालयवार पौधे रोपने का विवरण उपलब्ध कराया है। अन्य विकासखंड के बीओ इसे लेकर उदासीन हैं। बीएसए ने दोबारा पत्र जारी कर सभी बीईओ को निर्देशित किया है कि चार दिन के भीतर कार्य योजना प्रस्तुत करें।
प्रयागराज के बीएसए ने क्या कहा : बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी कहते हैं कि पौधारोपण अभियान को गंभीरता से लिया जा रहा है। इसमें विद्यार्थियों, अभिभावकों और शिक्षकों की सक्रिय भागीदारी तय की जाएगी। नए पौधे लगाने के साथ उन्हें बचाने के लिए भी ठोस उपाय किए जाएंगे। कोशिश होगी जिन बच्चों की जन्मतिथि हो उनसे या उनके परिवार के सदस्यों से एक पौधा लगवाया जाए जो आगे चलकर स्मृति बने। यह प्रवृत्ति विकसित होने पर अन्य लोगों को भी प्रेरणा मिलेगी।