सीतापुर। बेसिक शिक्षा विभाग के 17 शिक्षकों ने राज्य पुरस्कार के लिए दावा प्रस्तुत किया है। अब इन शिक्षकों में से किसी एक शिक्षक का अंतिम रूप से चयन किया जाएगा। इन शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन के बाद बीएसए को अभिलेख उपलब्ध नहीं कराए है। इसकी वजह से जांच प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है। महज एक शिक्षिका ने ही अभिलेखों की कॉपी जमा की है।
बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षकों में से एक बेहतर शिक्षक को प्रति वर्ष राज्य पुरस्कार से नवाजा जाता है। यह पुरस्कार उसी शिक्षक को मिलता है, जिसकी सेवाएं विभाग के लिए अतुलनीय रही हो। इसको लेकर इस बार ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया अपनाई गई थी। इस प्रक्रिया के तहत 17 शिक्षकों ने इसके लिए आवेदन किया है। इन शिक्षकों ने अपने योगदान को विभाग के लिए बहुमूल्य बताया है। शिक्षा के क्षेत्र में नौनिहालों के भविष्य को संवारने के लिए अब तक किए गए प्रयास का उल्लेख किया है।
अब इस आवेदन की बीईओ जांच करेंगे। वह निर्धारित बिंदुओं पर जांच करके बीएसए को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उसके बाद जिलाधिकारी की अध्यक्षता में बनी कमेटी इस रिपोर्ट का आंकलन करके शासन को भेजेगी। शासन स्तर से राज्य पुरस्कार 2021 के लिए जनपद से किसी एक शिक्षक का चयन होगा। हालांकि, ऑनलाइन आवेदन करने के बाद शिक्षक को अपने आवेदन के साथ संलग्नकों की एक कॉपी बीएसए कार्यालय को मुहैया करानी है। इसके बाद ही जांच प्रक्रिया शुरू होगी। अभी तक महज एक शिक्षिका ने ही अपने फाइल बीएसए कार्यालय में जमा की है। फाइल मिलने में देरी होने से यह जांच प्रक्रिया आगे नहीं बढ़ पा रही है।
इन बिंदुओं पर शिक्षकों की होगी परीक्षा
शिक्षक की तरफ से नामांकन बढ़ाने के क्या प्रयास किए गए है।
पिछले पांच वर्षों में प्रशिक्षण मॉडल का योगदान।
शिक्षक की तरफ से बेहतर शिक्षा के लिए अभिनव प्रयोग।
शिक्षक ने अपनी शैक्षिक, व्यावसायिक दक्षता बढ़ाने के लिए क्या प्रयास किया।
विद्यालय में क्या-क्या क्रियाकलाप कराए गए है।
वर्जन…
राज्य पुरस्कार के लिए 17 शिक्षकों ने आवेदन किया है। अब इन आवेदन पत्रों की जांच कर आगे की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। जिन शिक्षकों ने ऑनलाइन के बाद अपनी फाइल कार्यालय को मुहैया नहीं कराई है, वह तत्काल कार्यालय में जमा कर दें।
- अजीत कुमार, बीएसए