वाराणसी, । परिषदीय स्कूलों के कामकाज की मॉनीटरिंग और जनप्रतिनिधियों से जुड़ाव के लिए ब्लॉकस्तरीय कंट्रोल रूम तैयार किया जा रहा है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा के निर्देश पर जिले के सभी ब्लॉक में इसकी तैयारी शुरू हो गई है। ब्लॉक कंट्रोल रूम की हर सप्ताह 10 ग्राम प्रधानों से संपर्क कर उनके क्षेत्र के स्कूल का फीडबैक लेगा। इसकी हर सप्ताह समीक्षा की जाएगी।
सरकारी स्कूलों को बेहतर बनाने के लिए शासन ने ग्राम प्रधानों को यहां और सक्रिय करने की पहल की है। बनारस के ग्रामीण स्कूलों में इसका असर दिखने भी लगा है। पिछले दिनों आराजी लाइन ब्लॉक के एक प्रधानाध्यापक के खिलाफ प्रधान की शिकायत पर जांच और कार्रवाई की गई। शासन ने प्रधानों को स्कूल में डेस्क लगवाने की जिम्मेदारी दी है। साथ ही सबसे बेहतर स्कूल वाले गांव के प्रधान को भी पुरस्कृत करने की योजना तैयार की गई है। इस कड़ी में प्रधानों को सक्रिय रखने के लिए ब्लॉक कंट्रोल रूम भी बनाया जा रहा है।
कंट्रोल रूम को हर सप्ताह कम से कम 10 ग्राम प्रधानों से बात कर उनके क्षेत्र के स्कूल का फीडबैक लेना होगा। इसके साथ ही उनके दिए सुझावों की सूची तैयार की जाएगी और इसके अनुसार स्कूल में विकास कार्य किए जाएंगे।
इसकी साप्ताहिक रिपोर्ट अधिकारियों के पास भेजी जाएगी और बीएसए इसकी समीक्षा करेंगे।