फाफामऊ के शांतिपुरम चौराहे पर रोडवेज की अनुबंधित बस ने सोमवार सुबह साढ़े नौ बजे स्कूटी से जा रहे असिस्टेंट प्रोफेसर राजीव प्रताप सिंह (40) को रौंद दिया। हादसे में मौके पर ही उनकी मौत हो गई। स्थानीय लोगों की मदद से पुलिस ने बस चालक निसार अहमद को पकड़ लिया। बस सीज की गई है। वहीं खबर मिलते ही राजीव के परिवार में कोहराम मच गया। पोस्टमार्टम के बाद शव लेकर परिजन वाराणसी चले गए।
चंदौली के अमादपुर गांव निवासी राजीव प्रताप सिंह अमेठी स्थित यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर थे। उनकी पत्नी डॉ. मनीषा सिंह श्यामा प्रसाद मुखर्जी पीजी कॉलेज फाफामऊ में हिन्दी की असिस्टेंट प्रोफेसर हैं। राजीव अपनी पत्नी मनीषा, दो बेटियां छह साल की गौरी और चार साल की गार्गी के साथ फाफामऊ में रहते थे। बताया जा रहा है कि वह टैगोर टाउन में मकान बनवा रहे थे। वहां काम चल रहा है। मजदूरों को रुपये देने सोमवार सुबह स्कूटी से एटीएम से रुपये निकालने गए थे। इस दौरान शांतिपुरम चौराहे के पास बस ने उनकी जान ले ली। हादसे की खबर मिलते ही उनकी पत्नी फफक पड़ीं। मौके पर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था। पुलिस ने परिजनों को सूचना देने के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से उनके परिवार में कोहराम मचा रहा। पड़ोसियों के घर दोनों बेटियों को भेज दिया गया। उन्हें पिता की मौत की जानकारी नहीं दी गई थी। रिश्तेदार भी वहां पहुंच गए। पुलिस की विधिक कार्रवाई के बाद सोमवार शाम शव फाफामऊ स्थित उनके आवास लाया गया। परिवार के सभी सदस्य एम्बुलेंस से शव लेकर वाराणसी चले गए। उनका परिवार वाराणसी में रहता है। वहीं अंतिम संस्कार करेंगे।