कुशीनगर: जिले में प्रतिकूल मौसम होने के बावजूद बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित परिषदीय स्कूलों में बच्चों की शतप्रतिशत उपस्थिति विभाग के लिए चुनौती बनी हुई है। ग्रीष्मावकाश की छुट्टियां खत्म होने पर पहले दिन स्कूल खुलने पर सिर्फ 25 फीसदी बच्चे विद्यालय पहुंच सके। अगले दिन शुक्रवार को भी कमोबेस इतनी ही संख्या स्कूल पहुंची। भीषण गर्मी में एमडीएम खाने के नाम पर भी सौ फीसदी बच्चे नहीं जुट रहे हैं। शिक्षक घर-घर भ्रमण कर बच्चों को स्कूल पहुंचने तथा अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने की अपील कर रहे हैं। इसके बावजूद सौ फीसदी बच्चे विद्यालय नहीं पहुंच पा रहे हैं।
बेसिक शिक्षा परिषद से जिले में 2464 परिषदीय विद्यालय संचालित होते हैं। इन स्कूलों में सवा तीन लाख बच्चों का नामांकन हुआ है। पिछले 20 मई से जिले के सभी परिषदीय स्कूल बंद हो गये थे। पहली बार 16 जून से परिषदीय स्कूल खुले हैं। इसके पूर्व विद्यालय पहली जुलाई को खुलते थे। 15 दिन पूर्व स्कूल खुलने का असर बच्चों पर दिख रहा है। शिक्षकों की स्कूलों में पहले दिन उपस्थिति शतप्रतिशत रही, लेकिन बच्चे सिर्फ 25 फीसदी ही पहुंच सके। बेसिक शिक्षा विभाग ने जिम्मेदारों को नामांकन के सापेक्ष स्कूलों में शतप्रतिशत बच्चों की उपस्थिति का निर्देश दिया है।
ऐसे में स्कूलों के जिम्मेदार गांव में डोर टू डोर भ्रमण कर बच्चों को बुलाकर स्कूल ले जाने तथा अभिभावकों से बच्चों को स्कूल भेजने की अपील कर रहे हैं। स्कूलों में गरमा गरम भोजन बनने के बावजूद बच्चे स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। लगन का मौसम तथा समय से पहले स्कूल खुलना बच्चों की उपस्थिति को प्रभावित किया है। शिक्षकों के भ्रमण में अधिकांश बच्चों के रिश्तेदार में पहुंचने का मामला सामने आ रहा है। वहीं पहले दिन से जिले में गठित टास्क फोर्स की 142 टीमें स्कूलों पर पहुंचकर जांच कर रही है। टीम स्कूलों में पहुंचकर शासन की प्राथमिकता वाले आठ बिंदुओं के बारे में जांच कर रही है। परिषदीय प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की उपस्थिति शतप्रतिशत के साथ बच्चों की उपस्थिति, विद्यालयों की साफ-सफाई, एमडीएम, खेलकूद सामग्री, ब्लूटूथ स्पीकर की खरीदारी, ऑपरेशन कायाकल्प आदि के बारे में स्थलीय निरीक्षण करना है। इसमें 17 खंड शिक्षा अधिकारी, 3 एसआरजी 69 एआरपी व 5 डीसी ने 142 न्याय पंचायतों में ड्यूटी आवंटित विद्यालयों के जांच की ड्यूटी लगाई गई है।
गर्मी का मौसम व लगन के कारण बच्चों की उपस्थिति स्कूलों में कम पहुंच रही है। शीघ्र स्कूलों में बच्चों की उपस्थिति शतप्रतिशत होगी। इसके लिए शिक्षक लगातार भ्रमण कर रहे हैं।
पंकज सिंह, कार्यवाहक बीएसए