मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 6 महीने में प्रदेश के समस्त 75 जनपदों में 150 हाईटेक नर्सरी (सब्जी पौध) सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना का काम पूर्ण कराने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि हाईटेक नर्सरी में कार्य और संचालन उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित स्वयं सहायता समूह की महिलाओं द्वारा कराया जाए।
मुख्यमंत्री रविवार को अपने सरकारी आवास पर प्रदेश में हाईटेक नर्सरीज़ की स्थापना की समीक्षा कर रहे थे। सीएम ने निर्देश दिए कि हाईटेक नर्सरी के संचालन में सुपरविजन एवं तकनीकी इनपुट का कार्य कृषि विज्ञान केन्द्र या विश्वविद्यालय अथवा उद्यान विभाग के रिसर्च केन्द्र के परिसर के इंचार्ज द्वारा किया जाए। उन्होंने कहा कि अप्रैल में समक्ष ग्राम्य विकास सेक्टर के प्रस्तुतिकरण के दौरान हर जिले में दो हाईटेक नर्सरी की स्थापना के निर्देश दिए गए थे। इन सभी नर्सरियों की स्थापना का कार्य मनरेगा के तहत कम्युनिटी कार्यों के मद की सहायता से पूर्ण कराया जाए।
उन्होंने कहा कि हाईटेक नर्सरी की स्थापना प्रदेश के कृषि विज्ञान केन्द्रों, कृषि विश्वविद्यालयों के परिसरों अथवा उद्यान विभाग के रिसर्च केन्द्रों में की जाए। इससे यह स्थान कृषकों के प्रशिक्षण के लिए भी प्रयोग किए जा सकेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नर्सरी की स्थापना इज़राइल की तकनीकी पर की जाए। शाकभाजी उत्पादन में स्वस्थ पौध की बड़ी भूमिका है। इज़राइल सरकार के सहयोग से एकीकृत बागवानी विकास मिशन के तहत कन्नौज तथा बस्ती में सेण्टर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है।