कंपिल बेसिक शिक्षा विभाग में संचालित विद्यालयों का विभागीय अधिकारी निरीक्षण करने नहीं आते। इससे विद्यालयों में व्यवस्थाएं बदहाल हैं। प्राथमिक विद्यालय कपिल प्रथम का रसोईघर जर्जर होने से प्रधानाध्यापक कक्ष में खाना बनता है। यहां बच्चों को बैठने के लिए फर्नीचर तो दूर टाट-पट्टी तक नहीं है। बालिकाओ वाले विद्यालय में बच्चों के बैठने के लिए पर्याप्त जगह तक नहीं है।
प्राथमिक विद्यालय प्रथम व कन्या प्राथमिक विद्यालय को चार साल पूर्व ग्रामीण क्षेत्र से नगर में शामिल किया गया था। इन विद्यालयों का बीईओ ने कई माह से निरीक्षण नहीं किया राज्य परियोजना कार्यालय लखनऊ से निरीक्षण न करने में चिह्नित होने पर वहा से सूची आई तब अधिकारियों में हलचल शुरू हुई कार्रवाई के डर से बीईओ ने चार दिन पूर्व दोनों स्कूलों का निरीक्षण किया। प्राथमिक विद्यालय कंपिल प्रथम में 182 बच्चे पंजीकृत हैं। प्रभारी प्रधानाध्यापक ऋषिपाल सिंह ने बताया कि फर्श पर टाइल्स लगे हैं, इसलिए टाट-पट्टी नहीं बिछाई जाती है। कन्या प्राथमिक विद्यालय कंपिल में 155 बच्चे पंजीकृत हैं। स्कूल भवन छोटा होने से बच्चों को बैठाना मुश्किल होता है। एमडीएम भी एक साथ बैठकर नहीं खा सकते हैं।
बीईओ राजीव श्रीवास्तव ने बताया कि जून में निरीक्षण किया था प्रेरणा पोर्टल पर इसकी रिपोर्ट क्यों अपलोड नहीं हो पाई, इसकी जानकारी नहीं है। चार दिन पूर्व भी उन्होंने स्कूलों का निरीक्षण किया था।