लखनऊ। शहरी क्षेत्र के सरकारी स्कूलों को स्मार्ट बनाने की कोशिश शुरू हो गई है। स्मार्ट सिटी परियोजना में शहरी स्कूलों का कायाकल्प होगा। इसके लिए शुक्रवार को कमिश्नर की अध्यक्षता में बैठक हुई जिसमें सरकारी स्कूलों को प्राइवेट की तरह सुंदर बनाने के लिए खाका तैयार हुआ।
इसके तहत स्कूलों में सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। पढ़ाई की गुणवत्ता सुधारी जाएगी ताकि लोग बेझिझक अपने बच्चों का दाखिला करा सकें। कमिश्नर डॉ. रोशन जैकब ने अपर नगर आयुक्त, संयुक्त शिक्षा निदेशक, सहायक शिक्षा निदेशक के साथ प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों के कायाकल्प की योजना तैयार की। उन्होंने पढ़ाई की गुणवत्ता और स्कूली बच्चों के लिए मूलभूत सुविधाओं को लेकर योजना तैयार करने के निर्देश दिए।
कमिश्नर ने कहा कि स्कूलों में अलग-अलग शौचालय हों। बालकों, बालिकाओं, दिव्यांगों के लिए अलग शौचालय हो। साफ पीने के पानी की सुविधा, हैंडवॉश के लिए स्थान हो। स्कूलों में टाइल्स लगाई जाएं। साथ ही रसोई का रखरखाव बेहतर किया जाए। ब्लैक बोर्ड, स्कूल की रंगाई पुताई, बैठने की व्यवस्था, फर्नीचर, दिव्यांगों के लिए रैम्प की व्यवस्था हो।