-कार्रवाई के मामले में गोरखपुर दूसरे व गाजीपुर तीसरे स्थान पर
-स्कूली शिक्षा के महानिदेशक का निर्देश, सप्ताहभर में निरीक्षण की रिपोर्ट
, वाराणसी : आपरेशन कायाकल्प, मिशन प्रेरणा सहित अन्य कार्यों में बेसिक शिक्षा विभाग का वाराणसी जनपद अव्वल रहा है। अब परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई में भी जनपद सूबे में अव्वल आया है।
स्कूली शिक्षा के महानिदेशक के निर्देश पर सूबे के सभी जिलों में निरीक्षण अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत गत एक सप्ताह में 3901 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। वहीं 165 शिक्षकों के विरूद्ध कार्रवाई कर वाराणसी जनपद पहले स्थान पर है। वहीं 159 शिक्षकों पर कार्रवाई कर गोरखपुर दूसरे व 152 पर कार्रवाई कर गाजीपुर तीसरे स्थान पर है। उधर चंदौली में 94, जौनपुर में 90 भदोही में 73, मीरजापुर में 74, सोनभद्र में 98, आजमगढ़ में 69, बलिया में 30, मऊ में 20 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई हुई है।
एक निलंबित, 22 शिक्षकों का कटा एक दिन का वेतन
जागरण संवाददाता, वाराणसी : स्कूली शिक्षा के महानिदेशक के निर्देश पर परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण करने के लिए जनपद में भी टास्क फोर्स का गठन किया गया है। टास्क फोर्स सोमवार को सेवापुरी ब्लाक के विभिन्न विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान 23 शिक्षक, अनुदेशक, शिक्षामित्र बगैर किसी सूचना के विद्यालय से गायब मिले। इसे देखते हुए एक शिक्षक को निलंबित कर दिया। वहीं 22 शिक्षकों का एक दिन का वेतन या मानदेय काटने का निर्देश दिया। इसके अलावा सेवापुस्तिका में भी दर्ज किया जाएगा।
चोलापुर के खंड शिक्षा अधिकारी (बीईओ) बीके राय ने प्राथमिक विद्यालय (हीरापुर) सहित कई विद्यालयों का निरीक्षण किया। इस दौरान हीरापुर विद्यालय की सहायक अध्यापक नेहा दानिश बगैर किसी सूचना के 16 जून से गायब मिलीं। इसे देखते हुए उन्होंने नेहा को निलंबित करने की संस्तुति की। इसी प्रकार टास्क फोर्स में शामिल बीईओ स्कंद गुप्ता, देवी प्रसाद दुबे, मंगरू राम के अलावा डीसी विमल कुमार केशरी ने भी विद्यालयों का निरीक्षण किया।