प्रयागराज, परिषदीय स्कूलों को हाईटेक बनाने के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू हो गया है। परिषदीय स्कूलों के हेडमास्टर, शिक्षक व एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को टैबलेट दिया जाएगा। इससे शिक्षकों और बच्चों की बायोमीट्रिक हाजिरी होगी। स्मार्ट स्कूल तैयार करने के साथ हर स्कूल में दो टैबलेट दिए जाएंगे। इसके अलावा बीआरसी पर तकनीकी सुविधा केंद्र स्थापित किया जाएगा। प्रतापगढ़ जिले में इसकी तैयारी तेज कर दी गई है।
शैक्षणिक गतिविधियों का आनलाइन ब्योरा बनेगा : प्रतापगढ़ के जनपद में कुल 2,372 परिषदीय विद्यालय हैं। इनमें 1,636 प्राइमरी, 362 उच्चप्राथमिक तथा 374 कंपोजिट विद्यालय हैं। हर विद्यालय के हेड मास्टर सहित दो शिक्षकों को टैबलेट दिए जाएंगे। इसी से बच्चों व शिक्षकों की बायोमीट्रिक हाजिरी ली जाएगी। इसके साथ ही 84 एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) को भी टैबलेट दिया जाएगा। टैबलेट के माध्यम से उपस्थिति के साथ अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का भी आनलाइन ब्योरा तैयार किया जाएगा।
बीआरसी की निगरानी करेंगे तकनीकी सुविधा केंद्र : बीआरसी पर निगरानी के लिए तकनीकी सुविधा केंद्र स्थापित होंगे। हर केंद्र के लिए 2.40 लाख का बजट तय किया गया है। इससे स्कूलों को जोड़ा जाएगा और हर स्थिति पर नजर रखी जाएगी। राज्य स्तर पर विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित होंगे, जिससे हर स्कूलों की निगरानी की जाएगी।
परीक्षाओं को रिजल्ट भी दर्ज होगा : अब राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम विद्या समीक्षा केंद्र में प्रतिदिन शिक्षकों व विद्यार्थियों की हाजिरी दर्ज की जाएगी। हर तीन माह पर होने वाली परीक्षाओं का रिजल्ट भी यहां दर्ज होगा। स्कूल चलो अभियान, स्कूलों की मान्यता, शिक्षकों के शिक्षणेत्तर कामों को कम करने में मदद मिलेगी। प्राइमरी व जूनियर स्कूलों के प्रधानाध्यापकों को टैबलेट दिए जाने की योजना में विस्तार करते हुए प्रधानाध्यापक के अलावा स्कूल के एक और शिक्षक को टैबलेट दिया जाएगा। टैबलेट से बायोमीट्रिक हाजिरी लगाई जाएगी। इसे कंट्रोल रूम से जोड़ा जाएगा।
बीएसए बोले- बच्चों व शिक्षकों की बायोमीट्रिक हाजिरी व्यवस्था जल्द शुरू होगी : प्रतापगढ़ के बीएसए भूपेंद्र सिंह ने बताया कि जनपद के सभी परिषदीय स्कूलों में हेड मास्टर और एक शिक्षक को टैबलेट दिया जाएगा। इससे बच्चों व शिक्षकों की बायोमीट्रिक हाजिरी होगी। जल्द ही यह व्यवस्था लागू की जाएगी।