शामली। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित कई विद्यालयों को दीवार पर पेंट कराया गया करीब दस साल पुराना मध्यान भोजन का मेन्यू मिला। अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी पुराने लिखे हुए हैं। पिछले महीने शासन की टीम द्वारा विद्यालयों के निरीक्षण में ये खामियां मिली है। शासन का पत्र मिलने से बेसिक शिक्षा विभाग में खलबली मची है। बीएसए ने खंड शिक्षा अधिकारियों को विद्यालयों में व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए।
पिछले महीने जून में लखनऊ से आई मूल्यांकन प्रभाग राज्य नियोजन संस्थान उम्र के सदस्यों की टीम ने परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण किया था उस दौरान टीम को कई विद्यालयों में दीवारों पर करीब दस साल पुराना मेन्यू पेंट हुआ मिला था। जनपद स्तरीय अधिकारियों के मोबाइल नंबर भी पुराने लिखे हुए थे। साथ ही मूल्यांकन टीम को खाद्यान्न पंजिका, लागत दर, फल वितरण और मध्याहन भोजन की पंजिकाएं उपलब्ध नहीं मिली श्री जो पंजिकाएं मिली थी, वह आधी अधूरी थी। पंजिकाएं अपडेट न मिलने से मूल्यांकन टीम को निर्धारित प्रारूप पर सूचना अंकित करने में परेशानी हुई और समय भी ज्यादा लगा।
टीम ने निरीक्षण रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराई थी। रिपोर्ट को
गंभीरता से लेते हुए मध्याहन भोजन प्राधिकरण के निदेशक ने बेसिक शिक्षा अधिकारी शामली को पत्र भेजकर विद्यालयों में मिली कमियों को सुधारने के निर्देश दिए। शासन का पत्र मिलने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग हरकत में आया। बीएसए राहुल मिश्रा ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र जारी कर लखनऊ की मूल्यांकन टीम के निरीक्षण में मिली कमियों को जल्द सुधार कराने के निर्देश दिए हैं।
बीएसए ने कहा कि उन्होंने पूर्व में पत्रों के माध्यम से और खंड शिक्षा अधिकारियों की बैठक में प्रत्येक विद्यालय में मध्याहन भोजन योजना से संबंधित सभी रिकार्ड एमडीएम रजिस्टर, खाद्यान्न रजिस्टर चैक इशू रजिस्टर, बैंक पासबुक, लेखा जोखा अपडेट रखने के निर्देश दिए हुए हैं। बीएसए ने प्रधानाध्यापकों से कहा कि निरीक्षण के दौरान अगर पंजिकाएं और जनपद स्तरीय अधिकारियों के मोबाइल नंबर विद्यालय में उपलब्ध नहीं पाए जाते तो उनके विरुद्ध विभागीय कारवाई की जाएगी। उधर, बेसिक शिक्षा के जिला समन्वयक मिड डे मील जितेंद्र कुमार ने बताया कि पिछले महीने लखनऊ से मूल्यांकन टीम ने विद्यालयों का निरीक्षण किया था। निरीक्षण के दौरान टीम को जो कमियां मिली थी, उनमें सुधार के लिए सभी खंड शिक्षाधिकारियों को पत्र जारी कर दिया गया है।