मैनपुरी। शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू होने के बाद किसी भी बच्चे को स्कूल में प्रवेश देने से मना नहीं किया जा सकता। लेकिन भोगाय के कंपोजिट विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ने स्कूल में बच्ची का प्रवेश कराने पहुंची महिला को प्रवेश न देने की बात कहते हुए लौटा दिया। बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो बीएसए ने जांच के आदेश जारी कर दिए।
मामला कंपोजिट विद्यालय भोगांव से जुड़ा हुआ है। यहां का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें एक महिला अपनी बेटी के प्रवेश के लिए प्रधानाध्यापिका मीना वर्मा के पास पहुंचती है। वह बच्ची के प्रवेश के लिए निवेदन करती है। वीडियो में मोना वर्मा उसे दूसरे विद्यालय में प्रवेश कराने की बात कह रही हैं। महिला फिर से निवेदन करती है कि वहां भी उसकी बच्ची का प्रवेश नहीं हो पा रहा है। इस पर मीना वर्मा बिफर जाती हैं और महिला को वहां से जाने को कहती हैं। यह वीडियो वायरल होते हो बीएसए दीपिका गुप्ता ने खंड शिक्षाधिकारी भोगांव अनुपम शुक्ला से जांच के आदेश दिए। दीपिका गुप्ता, बीएसए ने कहा है कि मामले की जानकारी मिली है। खंड शिक्षाधिकारी अनुपम शुक्ला को जांच रिपोर्ट उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। यदि वीडियो में हो रही बात सही है और बच्ची को प्रवेश नहीं दिया गया तो संबंधित प्रधानाध्यापिका पर विभागीय कार्रवाई होगी। कोई भी प्रधानाध्यापिका किसी भी बच्चे को प्रवेश देने से मना नहीं कर सकती।