लखनऊ, । प्रदेश में कक्षा आठ उत्तीर्ण और कक्षा नौ में प्रवेश लेने वाले छात्र-छात्राओं की निगरानी माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग मिलकर करेंगे। दोनों विभाग के अधिकारियों ने एकजुट होकर जिला विद्यालय निरीक्षक व बेसिक शिक्षा अधिकारियों को निर्देश जारी किया है कि कक्षा आठ उत्तीर्ण करने वाले छात्र-छात्राओं का ब्योरा व उनकी यूनीक आइडी साझा की जाए।
अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा आराधना शुक्ला व प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा दीपक कुमार ने सभी डीआइआएस व बीएसए काे संयुक्त हस्ताक्षर करके पत्र भेजा है इसमें कहा गया है कि शिक्षा का अधिकार अधिनियम के तहत छह से 14 साल तक के बच्चों का कक्षा एक से आठ तक में दाखिले की व्यवस्था की गई है। वहीं समग्र शिक्षा अभियान के तहत कक्षा नौ से 12 तक की शिक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है।
कक्षा आठ तक की पढ़ाई अधिकांश छात्र-छात्राएं प्राथमिक विद्यालय, जूनियर हाईस्कूल व कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के होते हैं। बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से इस समय आउट आफ स्कूल बच्चों का सर्वेक्षण करके सूचना संकलित की जा रही है। निर्देश है कि सर्वेक्षण में प्राथमिक शिक्षक यह भी सूचना संकलित करें कि कक्षा आठ उत्तीर्ण छात्र या छात्राओं ने कक्षा नौ में किसी विद्यालय में प्रवेश लिया है या नहीं? यदि प्रवेश लिया है तो किस स्कूल में प्रवेश हुआ है।
यदि प्रवेश नहीं लिया है तो किन कारणों से दाखिला नहीं हो पाया है। यह लिखा है कि प्राथमिक शिक्षक परामर्शदाता की तरह ऐसे बच्चों व उनके अभिभावकों को विद्यालय जाने के लिए प्रेरित करें, ताकि शिक्षा के स्तर में बढ़ोतरी व ड्राप आउट बच्चों में कमी लाई जा सके। दोनों अधिकारियों का निर्देश है कि प्राथमिक विद्यालयों व कस्तूरबा गांधी विद्यालयों के छात्र-छात्राओं का यूनीक आइडी नंबर का डेटा बेसिक शिक्षा विभाग माध्यमिक शिक्षा के अफसरों के साथ साझा करे, ताकि कक्षा नौ में प्रवेश के समय यह देखा जा सके कि कक्षा आठ उत्तीर्ण होने वाले सभी बच्चों ने प्रवेश ले लिया है।
20 जुलाई तक खंड शिक्षा अधिकारी यह डेटा उपलब्ध कराएं और 30 जुलाई तक इसे बीएसए तैयार करा लें। 11 अगस्त तक बेसिक शिक्षा अधिकारी पूरे जिले के छात्र-छात्राओं का विवरण जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ साझा करें। माध्यमिक विद्यालयों में प्रधानाचार्य छात्र-छात्राओं के प्रवेश का ब्योरा 15 अगस्त तक तैयार करके 20 अगस्त तक डीआइओएस को उपलब्ध कराएंगे। सभी डीआइओएस 30 अगस्त तक शिक्षा निदेशक माध्यमिक को प्रवेश का ब्योरा उपलब्ध कराएंगे।