प्राइमरी स्कूलों में पढ़ाई को लेकर बच्चों की स्थिति कैसी है, जब इसकी आपको हकीकत पता चलेगी तो आप भी हैरान रह जाएंगे। ज्यादातर स्कूलों में बच्चों को सीएम और पीएम का नाम तक नहीं पता है। कई स्कूलों में टीचर भी ऐसे हैं जिन्हें सही तरह से न तो हिन्दी आती है और न ही अंग्रेजी। ऐसे लोगों के भरोसे बच्चों का भविष्य तय किया जा रहा है। ऐसा ही एक मामला यूपी के बांदा जिले से सामने आया है, जहां डीएम खुद बच्चों की पढ़ाई की हकीकत जानने के निरीक्षण करने पहुंचे थे। डीएम ने बच्चों से जब यूपी के सीएम का नाम पूछा, तो बच्चे का जवाब सुनकर डीएम की भी हंसी छूट गई.
मामला मंगलवार का है। बांदा डीएम अनुराग पटेल सुबह करीब नौ बजे नरैनी तहसील क्षेत्र के तुर्रा स्थित प्राथमिक विद्यालय द्वितीय औचक निरीक्षण को पहुंचे। विद्यालय की स्थिति और छात्र-छात्राओं की जानकारी जान हैरान रह गए। कक्षा पांच के बच्चों से मुख्यमंत्री का नाम पूछा तो नरेंद्र मोदी बताया। सवाल दो बार दोहराया, लेकिन बच्चों का जवाब नहीं बदला। मात्रभाषा हिन्दी पढ़ना-लिखना आने के बाबत पूछा तो कक्षा में मौजूद सभी 27 बच्चों ने सिर हिलाकर हामी भरी। डीएम ने ‘शाम को जल्द नींद आती है’ वाक्य लिखने को कहा तो सिर्फ एक छात्र शिवशंकर ही लिख पाया। डीएम के निरीक्षण के समय शिक्षामित्र राजरानी अनुपस्थित मिलीं, जिनका एक दिन का मानदेय रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा।