लखनऊ, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तय किया है कि नीट की तर्ज पर बीएससी नर्सिंग कालेजों की एक साथ पूरे प्रदेश में एक ही प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। पहले केजीएमयू अपने स्तर से अलग प्रवेश परीक्षा कराने जा रहा था, जिसे सीएम ने उच्चस्तरीय बैठक के बाद रोक दिया। मुख्यमंत्री को इन नर्सिंग कालेजों में प्रवेश के तरीके, पाठ्यक्रम, शिक्षा की गुणवत्ता को लेकर आपत्ति थी। सीएम ने चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार को इसके लिए पूरी प्रक्रिया नए सिरे से तय करने के निर्देश दिए। इसी के तहत तय किया गया है कि सभी निजी एवं सरकारी नर्सिंग कालेजों की परीक्षा एक साथ कराई जाएगी।
चिकित्सा शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने बताया कि योगी सरकार की योजना है कि हर सरकारी मेडिकल कालेज में बीएससी नर्सिंग कालेज स्थापित किया जाए। इस काम में कार्ययोजना बनाकर तेजी लाई जाएगी।
फिलहाल बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई के लिए सात जिलों प्रयागराज, गोरखपुर, कन्नौज, आगरा, जिम्स ग्रेटर नोएडा, राम मनोहर लोहिया संस्थान लखनऊ और झांसी में नए नर्सिंग कालेज स्वीकृत किए गए हैं। इनमें प्रधानाचार्य और प्रोफेसर सहित 138 पदों का सृजन कर नियुक्ति भी कर दी गई है। इन संस्थानों में उच्च तकनीक की लैब और अन्य संसाधनों को भी उपलब्ध कराया गया है