महराजगंज,
परिषदीय विद्यालय में अटैच शिक्षक मूल विद्यालय पर वापस भेजे जाएंगे। बीएसए आशीष कुमार सिंह ने सभी बीईओ से दूसरे विद्यालय में सम्बद्ध शिक्षकों की सूचना मांगा है। इन शिक्षकों को मूल विद्यालय भेजने की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बीएसए के इस फरमान से सम्बद्ध शिक्षकों खलबली मच गई है।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरण आनंद ने आदेश जारी किया था कि जिन शिक्षकों की जिस विद्यालय में तैनाती है, अब वह वहीं ड्यूटी करेंगे। महानिदेशक के फरमान के बाद बीएसए ने सभी बीईओ को उन सभी शिक्षकों की सूची मांगा है जो दूसरे विद्यालय पर अटैच हैं। नौ बिन्दुओं पर मांगी गई सूचना में सम्बद्ध शिक्षकों के नाम के अलावा मूल विद्यालय व संचालित विद्यालय में छात्र व शिक्षकों की संख्या मांगी गई है। बेसिक शिक्षा विभाग में कुछ ऐसे शिक्षक हैं जो अपनी सम्बद्धता विभागीय मिलीभगत से अपने सुविधा के अनुसार करा लिए हैं। स्थिति है कि बेसिक शिक्षा विभाग में शिक्षकों का वेतन, एरियर व अन्य देयकों के भुगतान से जुड़े विभागीय कार्य के लिए भी परिषदीय विद्यालय के शिक्षक लंबे अर्से से तैनात हैं। कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं जहां शिक्षक तैनात हैं, लेकिन दूसरे विद्यालय के शिक्षकों को वित्तीय चार्ज सौंपी गई है। घुघली ब्लाक में इस तरह का मामला सामने आ चुका है। वहां भिटौली न्याय पंचायत के एक शिक्षक को ब्लाक के दूसरे न्याय पंचायत के पूर्व माध्यमिक विद्यालय का चार्ज है। जबकि जरूरी सम्बद्धता के लिए यह व्यवस्था थी कि अगर कोई विद्यालय शिक्षक विहीन है तो उसका चार्ज उसी न्याय पंचायत के ही शिक्षक को दिया जाए, लेकिन सम्बद्धता के पीछे की खेल के लिए नियम का विभागीय कायदे को दरकिनार कर दिया गया। अब महानिदेशक की सख्ती के बाद सम्बद्ध शिक्षक परेशान हैं।
बीईओ को देना है प्रमाण पत्र
महानिदेशक स्कूली शिक्षा के फरमान के मुताबिक सभी बीईओ को यह प्रमाण पत्र देना है कि उनके शिक्षा क्षेत्र में जितने भी शिक्षक हैं वह मूल विद्यालय पर ही तैनात हैं। ऐसे में सभी बीईओ पत्रावली व मौखिक व्यवस्था के हिसाब से दूसरे विद्यालय में सम्बद्ध शिक्षकों की जानकारी लेकर सूचना एकत्र कर रहे हैं।
वनटांगिया में सम्बद्ध शिक्षक नहीं हटेंगे
सम्बद्धता को लेकर महानिदेशक का निर्देश जिले में पूरी तरह अमल होना संभव नहीं दिख रहा है। क्योंकि मुख्यमंत्री की सर्वोच्च प्राथमिकता में शामिल जिले के वन ग्राम में परिषदीय विद्यालयों का संचालन शुरू करा दिया गया है। वहां दूसरे विद्यालय के शिक्षकों को सम्बद्ध किया गया है। अभी वनटांगिया बस्ती में संचालित स्कूलों का यू-डायस कोड जारी नहीं हुआ है। ऐसे में वहां सम्बद्ध शिक्षकों का वेतन उनके मूल विद्यालय से मिलता है। कुछ ऐसे भी विद्यालय हैं जो सम्बद्ध शिक्षक के भरोसे ही संचालित हैं। इस मामले में बीएसए का कहना है कि सम्बद्धता समाप्त करने के लिए सभी विन्दुओं पर विचार किया जा रहा है। वनटांगिया बस्ती के परिषदीय स्कूल व जहां एक ही शिक्षक कार्यरत है, उनको नहीं हटाया जाएगा। इसके लिए उच्चाधिकारियों से भी बातचीत चल रही है।
जिले के परिषदीय विद्यालय में जितने भी सम्बद्ध शिक्षक हैं, उनकी सूचना सभी बीईओ मांगी गई है। सभी ब्लाक से सूचना मिलने पर स्पष्ट होगा कि कितने शिक्षक दूसरे विद्यालय पर सम्बद्ध हैं। महानिदेशक स्कूली शिक्षा के आदेश के क्रम में नियम के मुताबिक सम्बद्ध शिक्षकों को उनके मूल विद्यालय पर जल्द ही भेजने की कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए प्रक्रिया जारी है।
आशीष कुमार सिंह-बीएसए