यहां के महाविद्यालय बने संघटक कॉलेज
विश्वविद्यालय राजकीय महाविद्यालय
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ जेवर गौतमबुद्धनगर
बुन्देलखण्ड विश्वविद्यालय, झांसी जखौरा ललितपुर और
पाही चित्रकूट
रूहेलखण्ड विश्वविद्यालय, बरेली हसनपुर अमरोहा, पूरनपुर
पीलीभीत, फतेहउल्लागंज
ठाकुरद्वारा-मुरादाबाद
डा बीआर अम्बेडकर आगरा विवि नगला चन्द्रभान फरह मथुरा
छत्रपति शाहूजी महाराज
विश्वविद्यालय, कानपुर पुरवा, उन्नाव
लखनऊ विश्वविद्यालय मिश्रिख सीतापुर
लखनऊ,। प्रदेश के नौ महाविद्यालयों को अब राज्य विश्वविद्यालयों का संघटक कॉलेज माना जाएगा। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में प्रदेश के छह राज्य विश्वविद्यालय के तहत नवनिर्मित व निर्माणाधीन नौ राजकीय महाविद्यालयों को संघटक महाविद्यालय बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई।
अब ये कालेज विश्वविद्यालय की इकाई के रूप में जाने जाएंगे। कालेजों का भूमि-भवन विश्वविद्यालयों को हस्तांतरित कर दिया जाएगा और कालेजों का प्रशासकीय व वित्तीय व शैक्षणिक नियंत्रण विश्वविद्यालय के अधीन होगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 में संस्थागत पुनर्गठन पर जोर दिया गया है। पहले चरण में सूबे के 74 राजकीय कालेजों को संघटक (कांसटुएंट) महाविद्यालय के रूप में विकसित करने की योजना है।
यहां पर शिक्षकों व कर्मचारियों के पद सृजित करने व संविदा पर नियुक्त करने अधिकार भी विश्वविद्यालय को होगा।