शामली। परिषदीय विद्यालयों में तैनात लगभग 2100 शिक्षकों में मात्र सात अध्यापकों ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन किया है। जिले में 596 विद्यालय बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित हैं।
राज्य सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित विद्यालयों में अच्छा कार्य करने वाले शिक्षकों की राज्य अध्यापक पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। इसके लिए हर वर्ष शिक्षकों से आवेदन मांगे जाते हैं। प्रत्येक जिले से श्रेष्ठ कार्य करने वाले एक शिक्षक को राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए चुना जाता है। जिले में बेसिक शिक्षा परिषद से संचालित कक्षा एक से आठ तक के 596 विद्यालय संचालित है। जिनमें लगभग 2 हजार 772 शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक नियुक्त है। इनमें से करीब 2100 शिक्षक हैं। इन शिक्षकों में मात्र सात अध्यापकों ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन किया है।
आवेदन करने वाले शिक्षकों में प्राथमिक विद्यालय किवाना से अजय तोमर, कंपोजिट विद्यालय डांगरोल से मनोज कुमार, प्राथमिक विद्यालय बतीखेड़ा से उपेंद्र कुमार, कंपोजिट विद्यालय सोटा से विकास राठी, प्राथमिक विद्यालय नाला से अजय मलिक, उच्च प्राथमिक विद्यालय लिलीन से शाइस्ता और कंपोजिट
विद्यालय जगतपुर से विजय शर्मा आदि शामिल हैं। राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए पहले ऑफलाइन प्रक्रिया होती थी जिसमें शिक्षक द्वारा विद्यालय में किए गए शिक्षण संबंधी उत्कृष्ट कार्यों का ब्योरा होता था।
2020 से यह प्रक्रिया ऑनलाइन हो गई है। जिले से सात शिक्षकों द्वारा किए गए आवेदन को बीएसए कार्यालय से शासन को भेजा चुका है। अब शासन स्तर पर आवेदन करने वाले शिक्षकों का साक्षात्कार होगा। इसके अगस्त में होने की संभावना है। इसके बाद राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए शिक्षक का चयन किया जाएगा। बेसिक शिक्षा के जिला समन्वय अमित कुमार ने बताया कि जिले से सात शिक्षकों ने राज्य अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन किया है।