बारिश का बेसब्री से इंतजार कर रहे उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए मौसम विभाग ने राहत भरी जानकारी दी है। विभाग के अनुसार प्रदेश में 18 जुलाई की शाम से मॉनसून के सक्रिय होने के आसार है। इसके चलते 19 जुलाई से प्रदेश में झमाझम बारिश के आसार है। 18 से पहल, प्रदेश के कई जिलों में तेज हवाएं चलेंगी जिससे लोगों को उमस भरी गर्मी से तोड़ी राहत मिल सकती है।
मौसम विभाग के एक अधिकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश में मॉनसूनी बारिश बंगाल की खाड़ी से निकलने वाली नम हवाओं पर आधारित है। इन हवाओं की मुख्य धारा, जो पूर्व से पश्चिम की ओर गुजरती है और उन क्षेत्रों में सामान्य से भारी वर्षा होगी। इस मानसूनी धारा को तकनीकी भाषा में ट्रफ रेखा कहते हैं। यह जून के अंत में अपने निर्धारित रास्ते पर यूपी की ओर बढ़ा। इसी बीच उड़ीसा के दक्षिण और आंध्र प्रदेश के उत्तर में एक मजबूत कम दबाव का क्षेत्र बना, जो मानसूनी हवाओं को अपनी ओर खींचने लगा। इस समय यूपी में बारिश की स्थिति है, लेकिन जो नमी और तापमान जरूरी है वह नहीं बन रहा है।
वहीं, कम बारिश पर चिंता जाहिर करते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने आगामी एक सप्ताह हमारे लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। किसानों व फसलों की स्थिति को देखते हुए हमें सभी परिस्थितियों के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि कहा कि उत्तर प्रदेश में आमतौर पर 15 जून से 15 सितंबर तक बारिश का मौसम रहता है। इस बार मॉनसून में देरी है। ताजा स्थिति के अनुसार सभी प्रमुख नदियों, नहरों और जलाशयों में पर्याप्त जलराशि है। यह संतोषप्रद स्थिति है। हालांकि मौसम वैज्ञानिकों के आंकलन के अनुसार 19 जुलाई से अच्छी वर्षा की संभावना है।
13 जुलाई तक सिर्फ 76 मिलीमीटर बारिश
दक्षिणी पश्चिमी मॉनसून के प्रभाव से इस वर्ष 13 जुलाई तक मात्र 76.6 मिलीमीटर वर्षा हुई है। जो कि सामान्य वर्षा 199.7 मिलीमीटर से लगभग 62% कम है। केवल आगरा में सामान्य वर्षा हुई। ललितपुर, फिरोजाबाद, वाराणसी और हापुड़ में सामान्य (80% से 120%) और खीरी, देवरिया, एटा और बिजनौर में सामान्य से कम (60%-80%) वर्षा हुई है। 19 जिलों में अब तक सामान्य से 40% से 60% तक ही वर्षा दर्ज की गई है।
19 को उत्तराखंड के सात जिलों में भारी बारिश का रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने 19 जुलाई को उत्तराखंड के सात जिलों देहरादून, टिहरी, पौड़ी, नैनीताल, चम्पावत, उधमसिंहनगर, हरिद्वार में भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। राज्य के शेष जिलों में भी कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है। बाकी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट है। रेड अलर्ट के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर मध्यम से बड़े भूस्खलन, चट्टान गिरने के कारण कहीं कहीं सड़कों, राजमार्गों में अवरोध, कटाव, कुछ स्थानों पर नालों और नदियों के जल स्तर में अचानक या उल्लेखनीय वृद्धि, निचले इलाकों में जल भराव होने की संभावना है। जुलाई महीने का यह दूसरा रेड अलर्ट