विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर अभद्र टिप्पणी करने के साथ ही पार्टी विशेष का प्रचार करने के मामले में कम्पोजिट विद्यालय सराय ख्वाजा बहरिया के शिक्षक और इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अजीत यादव की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने पांच मार्च को ही अजीत यादव से दो दिन में साक्ष्यों के साथ लिखित स्पष्टीकरण मांगा था। स्पष्टीकरण न देने पर 11 मार्च को निलंबन कर दिया था।
इस प्रकरण की जांच खंड शिक्षा अधिकारी कौड़िहार ओम प्रकाश मिश्र को दी गई थी। जांच अधिकारी की ओर से चार मई और दो जून को दी गई जांच आख्या में प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बावजूद परिषदीय शिक्षक अजीत यादव को एक राजनैतिक दल का प्रचार करने और संवैधानिक पदों पर आसीन लोगों के खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करने का आरोपी पाया गया जो कि कर्मचारी आचरण नियमावली के प्रावधानों के विपरीत है। जांच अधिकारी की रिपोर्ट के आधार पर बीएसए ने बाघमहर गांव, पोस्ट कोहड़ा थाना पवई आजमगढ़ निवासी अजीत यादव की सेवा समाप्ति का आदेश 22 जून को जारी किया है।