प्रयागराज । प्रदेश की सबसे प्रतिष्ठित भर्ती सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (पीसीएस) में स्केलिंग को लेकर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग प्रतियोगी छात्रों के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट करेगा। आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत ने इस मसले पर हाईपावर कमेटी गठित की है। इनमें उन लोगों को शामिल किया गया है जो संघ लोक सेवा आयोग की स्केलिंग प्रक्रिया से जुड़े हैं।
सांख्यिकी के भी देश के शीर्ष लोगों को कमेटी में जगह दी गई है ताकि किसी प्रकार का भ्रम न रह जाए। स्केलिंग को लेकर छात्रों में भ्रम की स्थिति है। प्रतियोगियों का दावा है कि आयोग ने पीसीएस परीक्षा में स्केलिंग बंद कर दी है और इसी वजह से मानविकी विषय एवं हिंदी माध्यम के छात्र बड़ी संख्या में छंटकर बाहर हो जा रहे हैं।
पीसीएस-2018 से अभ्यर्थियों की मार्कशीट में स्केल्ड और नॉन-स्केल्ड अंकों की जानकारी नहीं दी जा रही है। छात्र चाहते हैं कि आयोग वह फॉर्मूला सार्वजनिक करे, जिसके तहत स्केलिंग की जा रही है। हालांकि आयोग का कहना है कि संजय सिंह केस पर सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुपालन में हर परीक्षा में एक्सपर्ट कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर स्केलिंग एवं मॉडरेशन कराया जा रहा है।
वर्षवार पीसीएस में आवेदकों की संख्या
2022 6,03,536
2021 6,91,173
2020 595696
2019 544664
2018 635844