लखनऊ। प्रबंधतंत्र विवाद के चलते बंद सेंटीनियल इंटर कॉलेज खुलवाने को लेकर शिक्षाधिकारी अभी तक स्कूल कोई ठोस कदम नहीं उठा पाए हैं। इस बीच स्कूल के शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि बृहस्पतिवार को यदि स्कूल का ताला नहीं खुला तो वे गेट के सामने सड़क पर ही क्लास चलाएंगे।
सेंटीनियल इंटर कॉलेज में कक्षा छह से 12वीं तक की पढ़ाई होती है। इसमें करीब 10 शिक्षक हैं और करीब 500 छात्र अध्ययनरत हैं। प्रबंधतंत्र विवाद के चलते गत एक जुलाई से स्कूल में ताला लगा है। स्कूल जिस मूल भवन में था वहां से शिफ्ट कर दूसरे भवन में कर दिया गया है, जबकि मूल भवन में मेथोडिस्ट चर्च स्कूल खोल दिया गया है। सेंटीनियल इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य राजीव दयाल ने बताया कि छात्रों के साथ हम शिक्षकों को भी स्कूल से बाहर कर दिया गया है। प्रधानाचार्य कार्यालय से उनका सामान हटवा दिया गया है। प्रधानाचार्य ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुबह नौ बजे शिक्षक स्कूल पर एकत्रित होंगे। यदि ताला खोलकर उन्हें और छात्रों को अंदर प्रवेश करने से मना किया जाएगा तो शिक्षक रोड पर ही छात्रों की क्लास लगाने को मजबूर हो जाएंगे। मामले में डीआईओएस राकेश कुमार पांडेय ने कहा कि मंगलवार को ही पदभार ग्रहण किया है। प्रकरण के सभी पहलुओं को समझ रहा हूं। इसी हफ्ते कोई हल निकाल लिया जाएगा और स्कूल खुलवा दिया जाएगा।
बंद गेट के समक्ष शिक्षक संघ ने की प्रेसवार्ता
सेंटीनियल इंटर कॉलेज के विवाद और उसे जल्द खुलवाने के मामले को लेकर बुधवार को उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ ने कॉलेज के मूल भवन के बंद गेट के समक्ष प्रेस वार्ता की।प्रदेशीय मंत्री डॉ. आरपी मिश्र ने कहा कि विद्यालय इकाई और जिला संगठन मेथोडिस्ट चर्च स्कूल के नाम का बोर्ड हटाकर पूर्व की भांति उसमें सेंटीनियल की कक्षाएं चलाने की मांग को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करेगा। बृहस्पतिवार को ताला नहीं खुला तो शिक्षक गेट के सामने ही कक्षाएं चलाएंगे। 11 जुलाई को सीएम योगी और माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री को मांगपत्र भेजा जाएगा। 16 जुलाई को संयुक्त शिक्षा निदेशक कार्यालय पर प्रस्तावित धरना प्रदर्शन होगा। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर तत्कालीन मंडलायुक्त ने संयुक्त शिक्षा निदेशक की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति का गठन किया था। उसकी रिपोर्ट पर आज तक कार्यवाही नहीं की गई।
जल्द खुलेगा कॉलेज
जिलाधिकारी सूर्यपाल गंगवार ने कहा कि सेंटीनियल कॉलेज का प्रकरण संज्ञान में नहीं था। आपके माध्यम से जानकारी हुई है। इसका परीक्षण करवा कर जल्द छात्रों के हित में कॉलेज खुलवाया जाएगा।