चंदौली।
शैक्षिक गुणवत्ता परखने के लिए सोमवार को परिषदीय विद्यालयों में टीम गठित कर क्रास चेकिंग की गई। इस दौरान कुल 42 विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति, शिक्षा की गुणवत्ता, मध्याह्न भोजन सहित सरकार की ओर से संचालित की जा रही अन्य योजनाओं के संचालन आदि को देखा गया। इसमें कुल 22 शिक्षक अनुपस्थित पाए गए। वहीं 23 शिक्षामित्र व अनुदेशक एवं एक अनुचर गैर हाजिर मिला। इसपर बीएसए ने सभी का एक दिन का वेतन व मानदेय काटने की कार्रवाई की है।
प्रदेश सरकार परिषदीय विद्यालयों में शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए तमाम तरह की योजनाएं संचालित कर रही है। इसके तहत स्कूलों में बच्चों को नि:शुल्क मध्याह्न भोजन, यूनिफार्म, बैग, जूता-मोजा, किताबें, खेलकूद के सामान आदि मुहैया कराया जा रहा है। साथ ही कायाकल्प योजना में विद्यालयों का जीर्णोद्धार कराकर माडल बनाने का हर स्तर से प्रयास किया जा रहा है। लेकिन लाख कोशिशों के बाद भी शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार देखने को नहीं मिल पा रहा है। इसपर डीएम संजीव सिंह ने बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारी को टीम गठित करा विद्यालयों में जांच कराने का निर्देश दिया। इसपर बीएसए ने सभी खंड शिक्षाधिकारियों और जिला समन्वयकों की टीम गठित कर स्कूलों की जांच करायी। इस दौरान टीम ने 42 विद्यालयों में शिक्षकों की उपस्थिति चेक की। इसमें 22 अध्यापक और 23 शिक्षामित्र व अनुदेशक एवं अनुचर अनुपस्थित मिला। वहीं कई विद्यालयों में मिन्यु के अनुसार भोजन नहीं बनता मिला। कुछ में किचन होने के बाद भी उसमें खाना नहीं बनाया जा रहा था। विद्यालयों में साफ-सफाई का अभाव दिखा। कई स्कूलों में कायाकल्प योजना के तहत विद्यालय व शौचालयों की मरम्मत नहीं करायी गई थी। इसके अलावा टीम ने स्कूलों में अन्य खामियां पायी। इसकी रिपोर्ट तैयार कर बीएसए को सौंप दिया। इसपर बीएसए सत्येंद्र कुमार सिंह ने अनुपस्थित शिक्षकों, शिक्षामित्रों, अनुदेशकों व अनुचर का एक दिन का वेतन व मानदेय काटने की कार्रवाई की। चेताया कि शिक्षण कार्य में लापरवाही कत्तई बर्दास्त नहीं की जाएगी। यदि कहीं भी लापरवाही अथवा उदासीनता मिली तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।