ज्ञानपुर। सरकारी स्कूलों में फर्जी प्रमाणपत्र पर नौकरी का मामला नहीं थम रहा है। ताजा मामला प्राथमिक विद्यालय बसपरा का है। कई साल से नौकरी कर रही सहायक अध्यापिका सुषमा गोंड की सेवा समाप्त कर दी गई।
सुरियावां ब्लॉक के बसपरा प्राथमिक विद्यालय पर सुषमा गोंड़ सहायक अध्यापक पद पर तैनात थी । सियरहा – भानूपुर निवासी सुषमा को 2016 में तैनाती मिली थी। गांव के ही शीतला प्रसाद ने प्रार्थना पत्र देकर फर्जी जाति प्रमाणपत्र से नौकरी का आरोप लगाया था। जिलाधिकारी के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम ने जांच की तो प्रमाणपत्र फर्जी मिला। इसलिए प्रमाणपत्र को निरस्त कर दिया गया। बीएसए भूपेंद्र नारायण सिंह ने बताया कि जांच में प्रमाणपत्र फर्जी मिलने पर शिक्षिका की सेवा को समाप्त कर दिया गया है।