लखनऊ। प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों की छात्राओं के साथ बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को कोडिंग सिखाई जाएगी। इतना ही नहीं समग्र तकनीकी शिक्षा कार्यक्रम के तहत इन विद्यार्थियों को फाइनेंशियल इंटेलिजेंस, बिजनेस इंटेलिजेंस, आर्टिफियल इंटेलिजेंस, ” डिजिटल साक्षरता और कौशल विकास के पाठ्यक्रम पढ़ाए जाएंगे।
बेसिक शिक्षा विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है।
प्रदेश में डिजिटल शिक्षा और ऑनलाइन शिक्षा को लगातार बढ़ावा दिया जा रहा है। बच्चे भी मोबाइल के जरिये पढ़ाई को पसंद कर रहे हैं। ऐसे में विभाग ने पहले चरण में केजीबीवी की छात्राओं को कोडिंग सिखाने की योजना बनाई है। इससे बच्चों को संबंधित विषय की कोडिंग का एक शब्द लिखकर उससे जुड़ी पूरी जानकारी प्राप्त कर सकेंगे।
बच्चों को फाइनेंशियल इंटेलिजेंस के तहत व्यापार या आर्थिक व्यवहार में सही समय पर सही निर्णय लेना सिखाया जाएगा तो बिजनेस इंटेलिजेंस के जरिये बच्चों को व्यापार में सफल होने के गुर सिखाए जाएंगे। उन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल साक्षरता भी पढ़ाई जाएगी। विभाग ने महानिदेशक विजय किरन आनंद की पहल पर प्रमुख निजी संस्थाओं के जरिये इसका पाठ्यक्रम तैयार कराना शुरू किया है। जल्द ही मुख्यमंत्री के सामने इसका प्रस्तुतीकरण भी किया जाएगा।