बहराइच परिषदीय विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को यूनिफार्म समेत स्वेटर, बैग, जूते, मोजे व स्टेशनरी उपलब्ध कराने के लिए डीबीटी योजना संचालित की जा रही है। योजना का लाभ नौनिहालों को दिलाने के लिए काफी संख्या में छात्र-छात्राओं का डेटा फोड कर शासन को भेजा भी जा चुका है, लेकिन आधार कार्ड के अभाव में अभी भी 54 हजार से अधिक छात्र-छात्राओं का डेटा फौड नहीं हो पा रहा है। ऐसे में इन छात्र-छात्राओं को योजना का लाभ मिलने में संशय बना हुआ है।
बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा जिले में कुल 2803 प्राथमिक, उच्च प्राथमिक व संविलियन विद्यालय संचालित हो रहे हैं। जिनमें छह लाख एक हजार 854 छात्र-छात्राएं पंजीकृत है। इसमें से अब तक चार लाख 50 हजार 203 छात्र-छात्राओं के आधार का सत्यापन कराया जा चुका है आधार का सत्यापन कराने के बाद व योजना के प्रथम चरण के तहत तीन लाख 57 हजार 106 व द्वितीय चरण के लिए 29 हजार 318 छात्र-छात्राओं का डेटा फीड कर शासन को भेजा जा चुका है। ऐसे में अभी भी 54 हजार 844 छात्र-छात्राओं का डेटा शासन को नहीं भेजा जा सका है। इसका मुख्य कारण छात्र-छात्राओं पास उनका आधार कार्ड उपलब्ध न होना अथवा आधार कार्ड में त्रुटि होना बताया जा रहा है। प्रदेश सरकार द्वारा छात्र-छात्राओं को यूनिफॉर्म व स्कूल बैग, जूते, मोजे की खरीद के लिए बोते वर्ष 1100 रुपये उनके अभिभावकों के खाते में भेजे गए थे। इस वर्ष इसमें स्टेशनरी खरीदने के लिए सौ रुपए की वृद्धि करते हुए धनराशि को बढ़ा कर 1200 रूपये कर दिया गया है।