रायबरेली दीनशाह गौरा ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक स्कूल बिन्ना में छात्राओं से एमडीएम बनवाने का वीडियो वायरल होने के बाद डीएम के आदेश पर जांच पूरी हो गई है। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप दी है। जांच में प्रभारी हेडमास्टर की वजह से शिक्षा का वातावरण प्रभावित होने की पुष्टि हुई है। वे ग्राम पंचायत के ही रहने वाले हैं, इसी कारण शिक्षा का स्तर खराब है। जांच अधिकारी ने स्कूल के पूरे स्टाफ को हटाने की संस्तुति की है। छात्राओं से एमडीएम बनवाने की भी पुष्टि अधिकारी ने की है।
दीनशाह गौरा ब्लॉक के पूर्व माध्यमिक स्कूल चिन्नवां में एमडीएम बनाने का वीडियो वायरल हुआ था अमर उजाला ने 19 जुलाई के अंक में पढ़ाई छोड़कर छात्राएँ पका रही एमडीएम, वीडियो वायरल शीर्षक से खबर प्रकाशित की थी। अमर उजाला में छपी खबर व सई प्रधान राज कुमार की शिकायत पर डीएम ने जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी को जांच सौंपी थी। जांच अधिकारी ने स्कूल पहुंचकर जांच की तो दिसंबर 2020 के उपस्थिति रजिस्टर के पन्ने बदलने की सच्चाई सामने आई। 17 जुलाई को छात्राओं से एमडीएम बनवाने की भी पुष्टि हुई है।
जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट किया है कि प्रभारी प्रधानाध्यापक संतोष कुमार आनंद ग्राम पंचायत के ही रहने वाले हैं विवादों 1 के कारण स्कूल में शिक्षा का वातावरण प्रभावित हो गया है। शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए सभी शिक्षकों व अन्य स्टाफ को हटाना जरूरी है। उधर, दीनशाह गौरा के खंड शिक्षा अधिकारी ने पहले ही कार्रवाई की संस्तुति कर दी थी। बीएसए शिवेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि पूर्व माध्यमिक स्कूल चिन्नवा के मामले में बीईओ की रिपोर्ट पहले ही आ चुकी है। जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी की जांच रिपोर्ट आते ही मामले में कार्रवाई की जाएगी।