इलिया(चंदौली): बगैर सूचना के लंबे समय से गायब रहने व शिक्षण कार्य में रूचि नहीं लेने पर बीएसए सत्येंद्र सिंह ने गुरुवार को अर्जीकला प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक व एक शिक्षक को निलंबित कर दिया। इस अवधि में उन्हें ब्लाक संसाधन केंद्र से संबद्ध कर दिया गया है। प्रकरण की जांच खंड शिक्षाधिकारी मुख्यालय को सौंपी गई है। इस कार्रवाई से शिक्षकों में खलबली मची रही।
बीएसए ने बताया कि विद्यालय के प्रधानाध्यापक चंद्रशेखर सिंह व शिक्षक शिखर सिंह 16 जुलाई से अनुपस्थित चल रहे हैं। शिकायत मिलने पर खंड शिक्षाधिकारी शहाबगंज से इसकी जांच कराई गई तो मामला सही निकला। इसके बाद प्रधानाध्यापक व शिक्षक को निलंबित कर शिक्षण कार्य अन्य शिक्षकों को नियमित कराने की जिम्मेदारी दी गई है। प्रधानाध्यापक को ब्लाक संसाधन केंद्र सकलडीहा व शिक्षक को सदर से संबद्ध करने के साथ ही आदेश की प्रति भेज दी गई है। दरअसल, प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को शिक्षकों के नहीं पहुंचने से अभिभावक आक्रोशित हो गए थे। उन्हें समझाने बुझाने पहुंचे बीईओ अजय कुमार को ग्रामीणों ने बंधक बना लिया था। इससे विभाग की किरकिरी हुई तो अधिकारी सक्रिय हुए। आनन-फानन में दोनों के निलंबन का आदेश जारी कर दिया गया। आश्चर्य यह कि विद्यालयों में पठन-पाठन, उपस्थिति आदि की मानीटरिंग एप व अधिकारियों द्वारा करने के बावजूद इन शिक्षकों की अनुपस्थिति की जानकारी नहीं होना समझ से परे है। फिलहाल इनके स्थान पर किसी शिक्षक की नियुक्ति नहीं हुई है। अब इस विद्यालय के शिक्षण कार्य की जिम्मेदारी शिक्षामित्रों के कंधे पर आ गई है। दो शिक्षामित्रों के सहारे बच्चों का भविष्य कैसे उज्ज्वल होगा, इस पर अभिभावकों ने सवाल खड़ा किया। चेताया कि शीघ्र शिक्षकों की नियुक्ति कर शिक्षण कार्य को बेहतर नहीं बनाया गया तो अभिभावक आंदोलित होंगे। बीएसए ने बताया कि रिपोर्ट विभाग को भेजी गई है। शासन से ही आनलाइन शिक्षकों की नियुक्ति होगी