नई दिल्ली, बंगाल के राज्यपाल रहे जगदीप धनखड़ देश के 14वें उपराष्ट्रपति होंगे। शनिवार को हुए चुनाव में एनडीए के उम्मीदवार धनखड़ ने विपक्ष की प्रत्याशी मार्ग्रेट अल्वा को 346 वोट से हरा दिया। संसद के दोनों सदनों के 725 सांसदों ने वोट डाले। इसमें धनखड़ को 528 जबकि अल्वा को 182 वोट मिले। वहीं, 15 वोट रद्द हो गए। धनखड़ 11 अगस्त को पद की शपथ लेंगे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई दी। मुर्मू ने कहा, आपके लंबे और समृद्ध अनुभव से राष्ट्र को लाभ होगा। वहीं, मोदी ने कहा कि हमें किसान पुत्र उपराष्ट्रपति पर गर्व है, जिनके पास उत्कृष्ट कानूनी ज्ञान और बौद्धिक कौशल है। धनखड़ एक उत्कृष्ट उपराष्ट्रपति होंगे।
प्रधानमंत्री मिलने पहुंचे:निर्वाचन के बाद मोदी धनखड़ को बधाई देने के लिए 11 अकबर रोड गए। यहां भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा भी मौजूद थे।
तृणमूल मतदान से दूर रही:संसद के दोनों सदनों में भाजपा के पक्ष में संख्याबल देखते हुए धनखड़ की जीत तय मानी जा रही थी। शनिवार सुबह 11 से शाम पांच बजे तक चले मतदान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी समेत 725 सांसदों ने हिस्सा लिया। दोनों सदनों में 788 सांसद हैं। राज्यसभा में आठ सीटें खाली होने से 780 सांसदों को मतदान करना था। तृणमूल कांग्रेस ने मतदान से दूर रहने का ऐलान किया था। हालांकि, उसके दो सांसदों शिशिर अधिकारी एवं दिव्येंदु अधिकारी ने धनखड़ के पक्ष में मतदान किया। संसद में तृणमूल के 36 सांसद हैं।
चार बार निर्विरोध निर्वाचन●
● 1952 एवं 1957 में सर्वपल्ली राधाकृष्णन, 1979 में मोहम्मद हिदायतुल्ला, 1987 में शंकर दयाल शर्मा निर्विरोध जीते थे।
● डॉ. राधाकृष्णन के बाद हामिद अंसारी इकलौते व्यक्ति हैं जो लगातार दो बार 2007 और 2012 में उपराष्ट्रपति चुने गए।
● राधाकृष्णन, जाकिर हुसैन और वीवी गिरी राष्ट्रपति भी बने।