संतकबीरनगर। परिषदीय विद्यालयों में हुए पौधरोपण को जियो टैगिंग न करना प्रधानाध्यापकों पर भारी पड़ गया। बीएसए ने जिले के 781 प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया है और चेतावनी दी है कि जब तक जियो टैगिंग की रिपोर्ट नहीं देंगे तब तक वेतन बहाल नहीं होगा।
उधर, बीएसए की इस कार्रवाई से शिक्षक संगठनों ने नाराजगी जताई है और आंदोलन की चेतावनी दी है।
जिले में 1,247 परिषदीय विद्यालय है। इनमें 250 कंपोजिट 805 प्राथमिक और 192 उच्च प्राथमिक विद्यालय शामिल हैं। इन विद्यालयों में पांच जुलाई को 66,000 पौधे रोपित करने का लक्ष्य मिला था। विद्यालयों में शिक्षकों जी पौधे रोपित किए थे उसकी जियों टैगिंग करने के निर्देश बीएसए
कार्यालय ने दिए थे। बीएसए अतुल कुमार तिवारी ने बताया कि जिले के मात्र में विद्यालयों ने जियो टैगिंग को है, जबकि 781 विद्यालयों ने जियो टैगिंग नहीं की है जो कि उचित नहीं है। उन्होंने बताया कि जियो टैगिंग न करने वाले 781 विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों का वेतन रोक दिया गया है। यह चेतन तब तक जारी नहीं होगा जब तक प्रधानाध्यापक जियो टैगिंग कर रिपोर्ट नहीं भेजेंगे। संतकबीरनगर। पौधरोपण की जियो टैगिंग न करने वाले प्रधानाध्यापकों का वेतन बाधित होने का विरोध शिक्षक संघ ने शुरू कर ने दिया है। शनिवार को प्राथमिक शिक्षक संघ के पदाधिकारियों ने बीएसए कार्यालय पर प्रदर्शन किया और बीएसए को ज्ञापन देकर आदेश वापस लेने की मांग की। आदेश वापस न लेने पर आंदोलन की चेतावनी दी।
संघ की जिलाध्यक्ष अंबिका देवी यादव ने कहा कि विभाग द्वारा किसी भी शिक्षक को न तो कोई एंड्रायड फोन दिया गया है और नहीं ही टैबलेट नेट पैक भी उपलब्ध नहीं कराया गया है। इतना ही नहीं किसी भी अध्यापक को इस तरह का कोई प्रशिक्षण भी नहीं दिया गया है। विभाग में उम्र दराज शिक्षक जो अभी टैगिंग नहीं करना जानते हैं उन पर दबाव बनाना गलत है
उन्होंने कहा कि यदि वेतन रोकने का आदेश वापस नहीं लिया जाता है
तो शिक्षक संघ धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगा। इस अवसर पर विजय नाथ यादव, केसी सिंह, ओम प्रकाश यादव, सुयेव अहमद, उदय प्रताप यादव विष्णु कुमार श्रीवास्तव, मोहम्मद आजम खा अरुण यादव, हरिकेश मिश्र, प्रेम प्रकाश दुबे आदि मौजूद रहे।