यूपीटेट की शुचिता भंग करने के मामले में पूर्व ब्लाक प्रमुख को किया गया था नामजद
सनी की सराय (आजमगढ़)। टीईटी में नकल कराने वाले गिरोह के खुलासा के बाद अब इसके फरार सदस्यों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। फरार चल रहे नकल माफिया सपा नेता इसरार खां सहित चार आरोपियों पर 82 की कार्रवाई करने के साथ ही पुलिस ने दस-दस हजार रुपये का पुरस्कार भी घोषित था। इसके बाद भी आरोपी हाजिर नहीं हुए। कोर्ट के आदेश पर पुलिस शनिवार को सपा नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार खां के घर पहुंची और करीब 35 लाख की चल संपत्ति का कुर्क कर लिया है
जनवरी माह में हुए शिक्षक पात्रता परीक्षा की शुचिता भंग करने का जिसे में प्रयास हुआ था। अमर उजाला ने परीक्षा वाले दिन 23 जनवरी 2022 को ही इसका खुलासा कर दिया था।
इसके बाद पुलिस ने प्रकरण का खुलासा किया और लगभग 51 लाख रुपये के चेक व कैश को बरामदगी दिखाने के साथ ही 22 लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने आठ लोगों को फरार बताया था। प्रकरण की विवेचना सीओ लालगंज मनोज रघुवंशी कर रहे थे। आरोपियों से पूछताछ में आठ अन्य आरोपियों के नाम सामने आए थे। इसमें से चार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं चार आरोपी अब भी फरार चल रहे हैं।
फरार आरोपियों में रानी की सराय ब्लाक के पूर्व प्रमुख सपा नेता इसरार खां महराजगंज थाने के सिंगचा खास गांव निवासी जगजीवन, शहर के पट्टी गांव निवासी सुनील यादव और शहर के रैदोपुर गांव निवासी तुषार
सिंह शामिल हैं। इन आरोपियों पर पुलिस ने 10-10 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर एक माह पूर्व 82 की कार्रवाई कर चुकी है। इनके घर पर नोटिस चस्मा कर कोर्ट में पेश होने के लिए कहा गया था। इसके बाद भी आरोपी ना तो गिरफ्तार हुए, न ही कोर्ट में समर्पण किया। कोर्ट के आदेश पर क्षेत्राधिकारी नगर महेंद्र कुमार शुक्ल व रानी की सराय थाना प्रभारी निरीक्षक नंद कुमार तिवारी पुलिस बल के साथ शनिवार को सम्मोपुर गांव निवासी सपा नेता एवं पूर्व ब्लाक प्रमुख इसरार खां के घर पहुंचकर कुर्की की कार्रवाई की। पुलिस ने इसरार खां के नाम पर तीन चार पहिया वाहन समेत घर के टीवी, फीज, कुलर, पंखा, सोफा आदि घरेलू सामान (कीमत लगभग 35 लाख रुपये की चल संपत्ति) को कुर्क कर दिया।