सुनने में हैरानी जरूर होगी, लेकिन यह हकीकत है। कौशाम्बी ब्लॉक के बाबा का पूरा उच्च प्राथमिक विद्यालय में पंजीकृत तो 21 विद्यार्थी हैं, लेकिन पढ़ने शायद ही कोई यहां पढ़ने आता हो। बुधवार को विद्यालय में तैनात शिक्षक सिर्फ एक विद्यार्थी को पढ़ाते मिले।
बाबा का पुरवा उच्च प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक विद्यासागर पांडेय की तैनाती की गई है, लेकिन बुधवार को विद्यालय में पढ़ने के लिए महज एक ही छात्र आया। जबकि विद्यालय के रजिस्टर में 21 बच्चों का नाम दर्ज है। प्रतिदिन 7-8 बच्चों की हाजिरी भी लगाई जाती है। गांव के राकेश कुमार, भोला प्रसाद सरोज, राजेश कुमार, अजय आदि का कहना है कि गांव में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या 45 से 50 के आसपास है।
लेकिन वह गांव के विद्यालय में जाने के बजाय पड़ोसी गांव गोइठा प्राइमरी स्कूल जाते हैं। इस बारे में बच्चों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सही ढंग से पढ़ाई नहीं होने के कारण वह दूसरे गांव के स्कूल जाते हैं। बताया कि सप्ताह में कई दिन तक विद्यालय बंद रहता है। एबीएसए बृजेश कुमार सिंह का कहना है कि बाबा का पुरवा उच्च प्राथमिक विद्यालय का पिछले दिनों निरीक्षण किया गया था। प्रधानाध्यापक की लापरवाही मिलने पर उजागर होने पर उन्हें सस्पेंड भी किया जा चुका है। अब फिर से निरीक्षण कर कार्रवाई की जाएगी।