बलिया जिला के सुखपुरा गांव निवासी विपिन कुमार पांडेय पुत्र रामइकबाल पांडेय सचिन गुप्ता पुत्र रमाशंकर प्रसाद ग्राम सिंहपुर फेफना जिला बलिया के नाम पर कूटरचित दस्तावेज के सहारे नौकरी करता था। उसकी पहली तैनाती यूपीएस पिपरा धन्नी गौरी बाजार व दुसरी तैनाती लार ब्लॉक के रामनगर उच्च प्राथमिक विद्यालय पर हुई थी। फर्जी दस्तावेज होने की पुष्टि होने पर तत्कालीन खंड शिक्षा अधिकारी बीरबलराम ने आरोपी फर्जी शिक्षका के खिलाफ लार थाने में तहरीर देकर दो वर्ष पूर्व केस दर्ज कराया था। तभी से शिक्षक फरार था। बुधवार को प्रभारी निरीक्षक नवीन सिंह को सूचना मिली कि फर्जी शिक्षक भागलपुर तिराहे पर एक दुकान में बैठा है। हरकत में आई पुलिस ने उसे दबोच लिया। यहां से उसे बीआरसी लार लेकर पहुंची, जहां शिक्षकों से उसकी पहचान कराई गई।
सीएचसी लार में कोरोना परीक्षण के बाद पुलिस ने न्यायालय के सामने प्रस्तुत किया। यहां से उसे जेल भेज दिया गया। प्रभारी निरीक्षक नवीन सिंह ने बताया कि फर्जी शिक्षक के खिलाफ अभियोग पंजीकृत था।