बेसिक शिक्षा विभाग भ्रष्टाचार का पर्याय बन चुका है। आर्थिक लाभ लेकर शिक्षकों को अवैधानिक अवकाश स्वीकृत करना विभागीय अधिकारियों की कार्यशैली बन चुकी है। आलम यह है कि चिकित्सीय, बाल्य देखभाल व आकस्मिक अवकाश के नाम पर शिक्षक सालों-साल स्कूल ही नहीं आते हैं। सदर शिक्षा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय की अध्यापक अंकिता त्रिपाठी को पांच साल में 976 दिन अवकाश मिल चुके हैं। यह तो महज बानगी हैं। मजे की बात यह है कि ज्यादातर शिक्षकों को आफलाइन अवकाश देकर उनका प्रार्थना पत्र रजिस्टर में रखवा दिया जाता है। उनके आने पर उसे रही टोकरी में फेंक दिया जाता है। आर्थिक लाभ लेकर दिए गए अवकाशों को सेवा पुस्तिका में दर्ज नहीं किया जाता है। गुरुजन घर बैठे वेतन आहरण कर रहे हैं।
मैडम पर अफसरों की खास मेहरबानी शिक्षा क्षेत्र सदर के प्राथमिक विद्यालय घुघुलपुर की शिक्षिका अंकिता त्रिपाठी पर सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों ने जमकर दरियादिली दिखाई। पांच साल में उनको 976 दिनों का अवकाश मिल चुका है। वर्ष 2017 में पहले वह 24 अप्रैल से 19 | मई तक 26 दिन बाल्य देखभाल अवकाश सीसीएल पर रहीं। इसके बाद 20 मई से ग्रीष्मकालीन अवकाश शुरू हो गए। स्कूल खुलने पर 24 जुलाई से 24 सितंबर तक 63 दिन का सीसीएल मिला। इसके बाद 26 दिसंबर 2017 से 18 जनवरी 2018 तक मेडिकल पर रहीं। तीन मई से 19 मई 2018 तक 16 दिन का चिकित्सीय अवकाश लिया। ग्रीष्मावकाश के बाद 12 जुलाई से 14 अगस्त तक 32 दिन चिकित्सीय अवकाश पर रहीं। 20 अगस्त से 18 सितंबर तक सीसीएल, 22 सितंबर से 21 अक्टूबर तक मेडिकल, 10 नवंबर से 24 दिसंबर तक सीसीएल लिया। नौ जनवरी 2019 से 17 फरवरी, 24 जून से 18 जुलाई व 25 जुलाई से चार सितंबर 2019 तक मेडिकल पर रहीं 23 सितंबर से 22 अक्टूबर 2019 व 14 नवंबर से 27 दिसंबर 2019 तक बाल्य देखभाल अवकाश पर रहीं। इसके बाद आठ जनवरी 2020 से सात मार्च तक 59. दिन का सीसीएल लिया। इसके बाद 06 जुलाई से एक जनवरी 2021 तक चिकित्सीय अवकाश पर रहीं। 25 जनवरी 2021 से 23 मार्च, एक से 31 जुलाई, तीन मार्च 2022 से 19 मई, 16 जून से 17 अगस्त तक सीसीएल लिया। 18 अगस्त 31 को आकस्मिक अवकाश स्वीकृत किया। तत्कालीन बीएसए डा. रामचंद्र ने जाते-जाते 16 अगस्त को शिक्षक का 19 अगस्त से तीन अक्टूबर तक सीसीएल. स्वीकृत कर दिया है।
यह है अवकाश देने की प्रक्रिया
परिषदीय स्कूल में अवकाश देने के लिए शिक्षक को किसी भी प्रकार के अवकाश के लिए आनलाइन मानव संपदा पोर्टल पर आवेदन करना होता है। प्रधानाध्यापक स्तर से खंड शिक्षा अधिकारी व उनके माध्यम से बीएसए को अग्रसारित किया जाता है। बीएसए अपने विवेक के आधार पर अवकाश स्वीकृत करते हैं।
कराई जाएगी जांच
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी:-
बीएसए कल्पना देवी ने कहा कि मेरी जानकारी में एक शिक्षिका का प्रकरण आया है। शिक्षकों के अवकाश के बारे में जांच करवाई जाएगी। नियमविरुद्ध अवकाश नहीं दिया जाएगा।