लखनऊ, माध्यमिक शिक्षा के स्कूलों में अब नए मानकों पर राज्य अध्यापक और मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार दिए जाएंगे। वहीं दोनों ही श्रेणियों में 18-18 पुरस्कार दिए जाएंगे। राज्य अध्यापक पुरस्कार अब विषयवार दिए जाएंगे। इस संबंध में मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया।
अभी तक 9 अध्यापकों को राज्य अध्यापक पुरस्कार और हर मंडल से एक शिक्षक को मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार दिया जाता था। अब मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार भी शिक्षक दिवस के मौके पर राज्य अध्यापक पुरस्कार की तरह दिए जाएंगे।
मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार में हर मंडल से एक अध्यापक का चयन होगा लेकिन अब इसकी चयन प्रक्रिया भी राज्य अध्यापक पुरस्कार की तरह होगी। राज्य अध्यापक पुरस्कार सरकारी व एडेड इंटर कॉलेजों और मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार वित्तविहीन इंटर कॉलेजों के अध्यापकों को दिया जाता है।
विषयों का बनेगा अलग-अलग समूह राज्य अध्यापक पुरस्कार के 18 पुरस्कारों में 2-2 पुरस्कार प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक और शेष 14 पुरस्कार शिक्षकों के लिए विषयवार-वर्गवार निर्धारित किए गए हैं। वहीं विषयों में समूह तय किए गए हैं मसलन अंग्रेजी, हिन्दी समेत अन्य के लिए भाषा समूह, विज्ञान में रसायन, भौतिक, वनस्पति विज्ञान, गणित में अंकगणित, रेखागणित, बीजगणित, कॉमर्स वर्ग में सांख्यिकी समेत अन्य विषय शामिल होंगे।
हर मानक के तय होंगे अंक दोनों ही तरह के पुरस्कारों के लिए चयन नए मानकों के आधार पर होगा। हर मानक के अंक तय किए गए हैं। मसलन संबंधित विषय में विद्यार्थियों के अंक, नवाचार, आईटीसी का प्रयोग, छात्रों का नामांकन बढ़ाने संबंधी प्रयासों पर नंबर दिए जाएंगे। अभी तक विषयनिष्ट मानकों पर चयन किया जाता था लेकिन अब वस्तुनिष्ठ मानकों पर चयन होगा, जिसका आकलन किया जा सके।
चयन समितियों का होगा गठन अध्यापक पुरस्कार की संशोधित गाइडलाइन्स में व्यवस्था भी की गई है कि पहले जिले/मण्डल /राज्य स्तर पर गठित चयन समितियों के अलावा निदेशालय स्तर पर चयन समिति का गठन होगा जिससे कम संख्या में संस्तुतियां समिति को प्राप्त होंगी।