इनकी है तलाश
- अमित कटियार-कानपुर
- पंकज श्रीवास्तव-प्रयागराज
- विजय सिंह-भदोही
- महेंद्र प्रताप सिंह-प्रयागराज
- अतुल सिंह-भदोही
- आशुतोष -प्रयागराज
- राधेश्याम पांडेय-भदोही
- आफताब-प्रयागराज
- राकेश -अज्ञात
प्रयागराज,। लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान नकल कराने के आरोप में अब तक पांच स्कूलों के प्रबंधक और एक प्रिंसिपल को पुलिस जेल भेज चुकी है। फर्जीवाड़े में सिर्फ एसटीएफ ने ही नौ लोगों को वांटेड किया है। इनकी तलाश में लखनऊ एसटीएफ ने प्रयागराज में कैंप किया हुआ है। कई और स्कूलों के प्रबंधक एसटीएफ के रडार पर हैं। उनकी तलाश जारी है।
एक ही परिवार के चार लोग बने आरोपी 31 जुलाई को हुई लेखपाल भर्ती परीक्षा के दौरान सॉल्वर गैंग की मदद से करेली के चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज और नैनी के चार अन्य कॉलेज में नकल कराने की बात सामने आई थी। पुलिस ने प्रिंसिपल और उसके बेटे समेत चार को जेल भेजा। इधर, लखनऊ एसटीएफ ने छापामारी करके यमुनापार के चार स्कूल प्रबंधकों को गिरफ्तार किया। इनमें जय बाबू, अनिल पांडेय, पुनीत, शशि प्रकाश समेत आठ को जेल भेजा। इसके बाद चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज के प्रबंधक कसान की गिरफ्तारी हुई। इस केस में पकड़े गए आरोपियों के बयान और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने कुल नौ आरोपियों को वांछित किया है। इसमें एक आरोपी चेतना गर्ल्स इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल का पति आफताब है। इस परिवार के चार लोग नकल में आरोपी बनाए गए हैं। चर्चा है कि उनकी गिरफ्तारी व पूछताछ के लिए टीम गई थी लेकिन पता चला कि बुजुर्ग बीमार हैं तो टीम लौट आई