डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने क्षेत्र के सुमतिया गांव के कंपोजिट विद्यालय सुमतिया में मंगलवार को पहुंचे। बच्चों की क्लास ली। आठवीं के छात्र से परमाणु संरचना तथा सातवीं के छात्र से समानांतर रेखा के संबंध में पूछा तो वे कुछ नहीं बता पाए। प्रधानाध्यापक अखिलेश कुमार से पूछा कि आप क्या पढ़ाते हैं तो उन्होंने कहा कि हम कार्य प्रभार देखते हैं। डीएम ने कहा पढ़ाया करो नहीं तो जो याद है वह भूल जाएगा।
इसके बाद प्राथमिक विद्यालय रायपुर में पांचवीं के बच्चों से 1205 में छह का भाग लगाने को डीएम ने कहा तो वे मौन रहे। प्रधानाध्यापिका जूली गौतम से कहा आप ही लगा दीजिए तो ब्लैकबोर्ड के पास काफी देर तक खड़ी रहने के बाद उन्होंने हाथ खड़े कर दिए। डीएम ने सवाल किया कि 70 हजार वेतन लेने वाले मास्टर ही जब अनभिज्ञ हैं तो वे बच्चों को क्या पढ़ाएंगे। कहा कि क्यों न सस्पेंड कर दिया जाए तो प्रधानाध्यापिका की घिग्घी बंध गई। खंड शिक्षाधिकारी को नसीहत दी कि ऐसे ही पढ़ाई होगी तो बच्चों का भविष्य क्या होगा।