उन्नाव जिले के असोहा ब्लॉक में राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ने विद्यालयों व आंगनबाड़ी केंद्र का औचक निरीक्षण किया। छात्रों को यूनिफार्म में न देखकर उन्होंने नाराजगी जताई। बुधवार सुबह 10 बजे राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी असोहा ब्लॉक क्षेत्र के जबरेला उच्च प्राथमिक विद्यालय पहुंचे।
यहां पर उन्हें काफी बच्चे यूनिफार्म में नहीं मिले। उन्होंने शिक्षकों से कहा कि अभिभावकों के साथ बैठक करके बच्चों को यूनिफार्म में भेजने के लिए जागरूक करें। इसके बाद कालूखेड़ा प्राथमिक विद्यालय पहुंचे और आंगनबाड़ी केंद्र में बच्चों को पौष्टिक आहार देने के निर्देश दिए।
पीएलकेपी इंटर कॉलेज कालूखेड़ा में अपने बचपन के दिनों को याद कर सदस्य भावुक हो गए। विद्यालय के एक कमरे को जर्जर देख सरकार को रिपोर्ट देने की बात कही। इसके बाद वह कस्बे के आदर्श कंपोजिट विद्यालय पहुंचे और एमडीएम में बनी तहरी खाई।
सदस्य ने बताया कि आयोग तीन बिंदुओं बालश्रम, बाल भिक्षावृत्ति और एक युद्ध नशे के विरुद्ध पर काम कर रहा है। कहा कि जल्द ही जिले में बाल श्रम उन्मूलन केंद्र संचालित होगा। उन्होंने कहा कि विद्यालयों व कॉलेजों के नजदीक पान मसाला की बिक्री नहीं होगी। इस दौरान बीईओ हिलौली सुरेश कुमार, शिक्षिका सुनीता दीक्षित आदि उपस्थित रहे।
पात्रों को दें लाभ
निरीक्षण के बाद सदस्य ने पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा व बाल संरक्षण से जुड़ी योजनाओं की समीक्षा बैठक की। उन्होंने योजनाओं का लाभ पात्रों को देने के निर्देश दिए। सीएमओ डॉ. सत्य प्रकाश, सीओ आशुतोष कुमार, जिला प्रोबेशन अधिकारी रेनू यादव सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।