कन्नौज। विशेष भोज के अंतिम दिन ज्यादातर स्कूलों में मेन्यू की अनदेखी की गई। छात्र-छात्राओं को मीठा भोज या फल देने की जगह खिचड़ी परोसी गई। इतना ही नहीं कई विद्यालय तो खुले ही नहीं।
आजादी का अमृत महोत्सव के तहत दो अगस्त को मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के निदेशक विजय किरन आनंद ने प्रमुख सचिव के पत्र का हवाला देकर बीएसए को पत्र भेजा था। इसमें कहा था कि आजादी का अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा कार्यक्रम में परिषदीय स्कूलों के छात्र-छात्राओं के लिए मिड-डे मील के अलावा विशेष भोज की व्यवस्था की जाए। 11 से 17 अगस्त तक विशेष भोज में लड्डू, बूंदी, खीर, हलवा और फल आदि दिया जाए।
बुधवार को योजना का अंतिम दिन था, लेकिन इसमें कई स्कूल बंद मिले। बीआरसी स्थित प्राथमिक स्कूल, कन्या जूनियर विद्यालय पर ताला लटक रहा था। प्राथमिक स्कूल सरायघाघ में सुबह साढ़े 10 बजे से पहले ही मिड-डे मील बन चुका था, जबकि समय साढ़े 10 बजे से 11 बजे के बीच का है।
प्राथमिक स्कूल बहादुरपुर उजैना
समय दोपहर एक बजे
सदर ब्लॉक के इस विद्यालय के सभी कक्षों में ताला बंद था। दो महिलाएं रसोई में ताला लगा रहीं थीं। इसी कक्ष के पास यूनिफार्म पहने दो बच्चे भी साथ में थे। बताया गया है कि यहां सभी महिला शिक्षक तैनात हैं।
केंद्रीय स्कूल छिबरामऊ पश्चिमी
समय सुबह 10:30 बजे
ब्लॉक छिबरामऊ के इस स्कूल में पढ़ाई शुरू होने का समय सुबह आठ बजे से है, लेकिन बुधवार को विद्यालय के मुख्य गेट पर ताला लगा था। न तो कोई छात्र दिखा और न ही कोई शिक्षक या शिक्षिका मौजूद थीं।
प्राथमिक स्कूल मानपुर
समय सुबह 10:45 बजे
ब्लॉक कन्नौज क्षेत्र के इस स्कूल में छात्र-छात्राओं ने बताया कि मिड-डे मील में तहरी परोसी गई थी। मीठे में कुछ नहीं दिया गया है। फल भी नहीं बांटा गया।
प्राथमिक स्कूल चचियापुर
ब्लॉक तालग्राम क्षेत्र के इस विद्यालय के सहायक अध्यापक आलोक ने बताया कि पंजीकृत 146 छात्र-छात्राओं में 101 मौजूद हैं। सुबह बच्चे तहरी खा रहे थे। उन्होंने बताया कि केवल तहरी ही दी गई है।
इन स्कूलों में भी यही हाल
तालग्राम ब्लॉक क्षेत्र के कंपोजिट स्कूल गदोरा के प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार ने बताया कि पंजीकृत 160 छात्र-छात्राओं में 117 मौजूद थे। सुबह सभी तहरी ही खा रहे थे, विशेष भोज में कुछ नहीं दिया गया। प्राथमिक स्कूल चौतराहार के सहायक अध्यापक रामजीत ने बताया कि पंजीकृत 42 बच्चों में 38 आए थे, यहां भी तहरी ही परोसी गई।
कुछ विद्यालयों में मिली खीर
कन्नौज के प्राथमिक स्कूल नसरापुर में पंजीकृत 303 में 192 बच्चे मौजूद थे। यहां बच्चों को खीर खिलाई जा रही थी। छिबरामऊ के प्राथमिक स्कूल पश्चिमी में तहरी खीर, प्राथमिक स्कूल रामपुर बैजू में खीर व खिचड़ी, कंपोजिट स्कूल छिबरामऊ में खिचड़ी व दूध, कन्या पूर्वी प्राथमिक स्कूल में खीर व तहरी और शांति निकेतन स्कूल छिबरामऊ में खीर बच्चों को दी गई।
स्कूल बंद होना गलत बात है। हर छठ की वजह से महिला शिक्षक नहीं गईं होंगी, लेकिन इसकी सूचना देनी चाहिए थी। जो भी स्कूल बंद मिले हैं या बच्चों को विशेष भोज नहीं दिया गया है, इसकी जांच कराई जाएगी। ऐसे लोगों पर कार्रवाई भी होगी। -कौस्तुभ कुमार सिंह, बीएसए।