जौनपुर। बेसिक शिक्ष परिषद के स्कूलों में सहायक अध्यापकों की नियुक्ति प्रक्रिया में धांधली का मामला अक्सर सुर्खियों में रहता है। अनियमितताओं के ऐसे मामलों की जांच एसटीएफ लखनऊ कर रही है ऐसे में एसटीएफ ने जिले के जिलाधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को पत्र भेजकर संदिग्ध शिक्षकों का ब्योरा मांगा है। ब्योरा तीन दिन के अंदर उपलब्ध कराना है।
शिक्षा विभाग से जुड़े सूत्रों की मानें तो शिक्षक भर्ती प्रक्रियाओं में धांधली करने का खेल काफी पुराना है। इस खेल में जीनपुर के कुछ शिक्षकों का भी नाता रहा है। फर्जी नियुक्ति प्रक्रिया के मामले में पहले कई शिक्षकों को बर्खास्त भी किया जा चुका है। कभी प्रमाणपत्र में फर्जीवाड़ा तो कभी अन्य खामियां प्रकाश में आती रही हैं। अब एक बार फिर अनियमितता में मामले में आंच जिले तक आई है। विभागीय अधिकारियों ने बताया कि शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया अनियमितता के मामले की जांच एसटीएफ लखनऊ कर रही है। वहां से एक पत्र आया है। उसमें कुल 20 शिक्षकों के बारे में जानकारी मांगी गई है। ऐसे में जिले स्तर से जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर उन सभी बीस शिक्षकों के बारे में ब्योरा तीन दिन के भीतर उपलब्ध कराने के लिए कहा है।
बीएसए डॉ. गोरखनाथ पटेल ने कहा कि शिक्षक नियुक्ति में अनियमितता के मामले की जांच एसटीएफ कर रही है उसी सिलसिले में कुछ शिक्षकों का ब्योरा मांगा गया है। खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से सभी का ब्यौरा इकट्ठा करके एसटीएफ की भेजा जाएगा।