कंप्यूटर ऑपरेटर से की पूछताछ, भनक लगते ही कुछ लिपिक हुए इधर-उधर
मथुरा जनपद में शिक्षक नियुक्ति के गड़बड़झाले की जांच कर रही एसटीएफ बुधवार को अचानक बीएसए ऑफिस पहुंच गई। इसकी भनक लगते ही कुछ लिपिक इधर उधर हो गए, जबकि कंप्यूटर ऑपरेटर से पूछताछ की। करीब डेढ़ घंटे की कार्रवाई के दौरान एसटीएफ ने 317 शिक्षकों से जुड़े दस्तावेज खंगाले।
एसटीएफ लखनऊ मुख्यालय को जनपद के 317 शिक्षकों की शिकायत मिली है कि उनके शैक्षिक और नियुक्ति प्रमाणपत्रों में हेराफेरी है। फर्जी तौर पर संबंधित शिक्षकों ने
बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन जनपद के प्राथमिक विद्यालयों में नियुक्तियां पा ली है। एसटीएफ ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारी मथुरा से संबंधित शिक्षकों के शैक्षिक और नियुक्ति संबंधी दस्तावेज मांगे हैं लेकिन विभागीय अधिकारी इस प्रक्रिया में निरंतर हीलाहवाली कर रहे हैं। एसटीएफ ने कुछ शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच के बाद रिपोर्ट दर्ज कराने के भी आदेश दिए हैं लेकिन जनपद में बीएसए द्वारा रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई जा रही है।
ऐसी प्रक्रिया में बुधवार को अचानक एसटीएफ घोलप्याऊ स्थित बीएसए ऑफिस पहुंच गई। इंस्पेक्टर सतेंद्र शर्मा के नेतृत्व में आई टीम ने कार्यालय में मौजूद संविदा कंप्यूटर ऑपरेटर अंजुल से पूछताछ की। बीएसए दीवान सिंह की मौजूदगी में खंड शिक्षाधिकारी मुख्यालय नीतू सिंह से भी बातचीत की इस दौरान एसटीएफ के सदस्यों ने बताया कि 317 शिक्षकों से जुड़े दस्तावेज उन्हें मथुरा जनपद से प्राप्त नहीं हुए हैं। इनके संदर्भ में शिकायत है कि शैक्षिक प्रमाणपत्र और नियुक्ति प्रक्रिया में हेराफेरी की गई है। प्रभारी बीएसए से दस्तावेज भेजने को फिर कहा है।